वर्षों पूर्व बंद किये गये टेलिफोन कनेक्शन के बकाया विपत्रों के भुगतान हेतु भेजी जा रही नोटिसों से उपभोक्ताओं के बीच बढ़ती समस्या को देखते हुए आज चैंबर भवन में बीएसएनएल के जीएम उमेश प्रसाद के साथ बैठक कर, नोटिसों को शिथिल करने की मांग की गई। कहा गया कि वर्षों पूर्व किये गये भुगतान की रसीद या अन्य प्रति संभालकर सुरक्षित रखना किसी भी उपभोक्ता के लिए संभव नहीं है। बैठक के दौरान ऐसी भी नोटिसें दिखाई गई, जिनके नाम से कभी टेलिफोन नंबर लिया ही नहीं गया है।
चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री के आग्रह पर यह सहमति बनाई गई कि 14 मार्च को बीएसएनएल द्वारा चैंबर भवन में एक कैंप का आयोजन कर, ऐसे सभी मामलों का निपटारा किया जायेगा। कैंप में ही उपभोक्ताओं को रिवाइव बिल इशू कर, यहीं पर भुगतान करने की भी सुविधा दी जायेगी। ऐसे उपभोक्ता जिन्हें रिफंड लेना हो अथवा बंद पडे टेलिफोन को चालू कराना हो वे भी भुगतान रसीद की प्रति के साथ जीएम के नाम से आवेदन कर सकते हैं। कैंप में उपभोक्ता अपने बीएसएनएल के सीम को फोर जी में भी अपग्रेड करा सकते हैं।
चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री और टेलिकम्यूनिकेशन उप समिति चेयरमेन अनिस सिंह ने संयुक्त रूप से सभी उपभोक्ताओं से बिल संबंधित समस्या की जानकारी 13 मार्च तक चैंबर को प्रेषित करने की अपील की। यह कहा कि सभी शिकायतों को चैंबर भवन में लगनेवाले कैंप में एक साथ निपटारे का प्रयास किया जायेगा। बैठक में चैंबर के पूर्व अध्यक्ष रंजीत टिबडेवाल, पवन शर्मा, सदस्य आनंद जालान, किशन अग्रवाल और बीएसएनएल के अधिकारी उपस्थित थे।
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*परेश गट्टानी* *विकास विजयवर्गीय*
महासचिव प्रवक्ता
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