माननीय मंत्रीगण के साथ चैंबर की औपचारिक मुलाकात
झारखण्ड सरकार के नवगठित मंत्री परिषद् में शामिल माननीय ग्रामीण विकास मंत्री श्रीमती दीपिका पाण्डेय सिंह और माननीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 इरफान अंसारी से झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने सिलसिलेवार तरीके से मुलाकात कर, उन्हें विभागीय प्रभार ग्रहण करने पर व्यापारियों की ओर से बधाई दी। प्रतिनिधिमंडल ने विभागों से जुडी समस्याओं पर चर्चा करते हुए अपने सुझाव से भी अवगत कराया, जिसपर माननीय मंत्रीगण ने सकारात्मक विचार के लिए आश्वस्त किया।
प्रतिनिधिमंडल ने यह सुझाया कि प्रायः यह देखा जाता है कि योजना कार्यान्वयन में विलंब के कारण विभाग द्वारा आवंटित बजटीय राशि का समुचित खर्च नहीं किया जा पाता और अंततः वित्तीय वर्ष की समाप्ति के पश्चात् राशि सरेंडर कर दी जाती है। इससे जनहित से जुडे कार्य प्रभावित होते हैं। विभाग को इसपर गंभीरता से चिंतन करने की आवश्यकता है। यह भी सुझाया गया कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के उत्थान के लिए विभाग द्वारा यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि केंद्र सरकार की योजनाओं का अधिकाधिक लाभ राज्य को मिले।
ग्रामीण स्तर पर रोजगार के सृजन और युवाओं को स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे बढाने के मुद्दों पर भी सकारात्मक चर्चा हुई। यह आश्वस्त किया गया कि विभाग द्वारा निर्धारित किये जानेवाले मॉडल वर्किंग में व्यापारी वर्ग विभाग के साथ सहयोगात्मक भूमिका में रहेंगे।
राज्य के विकास में व्यापार और उद्योग जगत की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए माननीय मंत्रीगण ने झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स के सहयोग से विकासात्मक मुद्दों पर कार्रवाई की बात कही। प्रतिनिधिमंडल में चैंबर अध्यक्ष परेश गट्टानी, सह सचिव नवजोत अलंग, कोषाध्यक्ष रोहित अग्रवाल, कार्यकारिणी सदस्य रोहित पोद्दार और श्रम उप समिति के चेयरमेन प्रमोद सारस्वत शामिल थे। उक्त जानकारी प्रवक्ता सुनील सरावगी ने दी।
आदित्य मल्होत्रा सुनिल सरावगी
महासचिव प्रवक्ता
सभी प्रेस को प्रकाशनार्थ प्रेषित।
माननीय मंत्रीगण के साथ चैंबर की औपचारिक मुलाकात
झारखण्ड सरकार के नवगठित मंत्री परिषद् में शामिल माननीय ग्रामीण विकास मंत्री श्रीमती दीपिका पाण्डेय सिंह और माननीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 इरफान अंसारी से झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने सिलसिलेवार तरीके से मुलाकात कर, उन्हें विभागीय प्रभार ग्रहण करने पर व्यापारियों की ओर से बधाई दी। प्रतिनिधिमंडल ने विभागों से जुडी समस्याओं पर चर्चा करते हुए अपने सुझाव से भी अवगत कराया, जिसपर माननीय मंत्रीगण ने सकारात्मक विचार के लिए आश्वस्त किया।
प्रतिनिधिमंडल ने यह सुझाया कि प्रायः यह देखा जाता है कि योजना कार्यान्वयन में विलंब के कारण विभाग द्वारा आवंटित बजटीय राशि का समुचित खर्च नहीं किया जा पाता और अंततः वित्तीय वर्ष की समाप्ति के पश्चात् राशि सरेंडर कर दी जाती है। इससे जनहित से जुडे कार्य प्रभावित होते हैं। विभाग को इसपर गंभीरता से चिंतन करने की आवश्यकता है। यह भी सुझाया गया कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के उत्थान के लिए विभाग द्वारा यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि केंद्र सरकार की योजनाओं का अधिकाधिक लाभ राज्य को मिले।
ग्रामीण स्तर पर रोजगार के सृजन और युवाओं को स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे बढाने के मुद्दों पर भी सकारात्मक चर्चा हुई। यह आश्वस्त किया गया कि विभाग द्वारा निर्धारित किये जानेवाले मॉडल वर्किंग में व्यापारी वर्ग विभाग के साथ सहयोगात्मक भूमिका में रहेंगे।
राज्य के विकास में व्यापार और उद्योग जगत की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए माननीय मंत्रीगण ने झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स के सहयोग से विकासात्मक मुद्दों पर कार्रवाई की बात कही। प्रतिनिधिमंडल में चैंबर अध्यक्ष परेश गट्टानी, सह सचिव नवजोत अलंग, कोषाध्यक्ष रोहित अग्रवाल, कार्यकारिणी सदस्य रोहित पोद्दार और श्रम उप समिति के चेयरमेन प्रमोद सारस्वत शामिल थे। उक्त जानकारी प्रवक्ता सुनील सरावगी ने दी।
आदित्य मल्होत्रा सुनिल सरावगी