राजस्थान छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के चुनाव परिणाम को देखते हुए झारखंड कांग्रेस प्रदेश कमेटी का पुनर्गठन जरूरी वरना पार्टी नेस्तनाबूद हो जाएगी – आलोक कुमार दूबे
झारखंड की माटी से जुड़े झारखंड के मूल निवासी को झारखंड कांग्रेस का नेतृत्व सौंपने की आवश्यकता – आलोक दूबे
मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी,केसी वेणुगोपाल के नेतृत्व में पार्टी एकजुटता के साथ 2024 के लोकसभा चुनाव में वापस लौटेगा – लाल किशोर नाथ शाहदेव
5 वर्षों से जो संगठन का मालिक है उसे कार्यकर्ताओं को सम्मान देने से कौन रोक रहा है – किशोर शाहदेव
*आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष एवं संगठन कहीं भी शामिल नहीं है – डॉ राजेश गुप्ता छोटू
राजेश ठाकुर द्वारा ओबीसी समाज के अपमान को राज्यवासी देख रहे हैं – राजेश गुप्ता
झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे,लाल किशोर नाथ शाहदेव, डॉ राजेश गुप्ता छोटू एवं फिरोज रिजवी मुन्ना ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है पिछले 5 वर्षों से संगठन की कमान राजेश ठाकुर के हाथों में है, प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष हैं,सरकार में भी 17 विधायकों के साथ पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं, कोर्डिनेशन कमिटी के सम्मानित सदस्य हैं,मंत्री का दर्जा भी प्राप्त है और मंत्री की सारी सुविधाएं भी मुहैया हैं,फिर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्मान देने से राजेश ठाकुर को कौन रोक रहा है और कार्यकर्ताओं को सम्मान देने की जिम्मेदारी किसकी है।
आलोक दूबे ने कहा अगर मंत्री काम नहीं कर रहे हैं तो उनसे काम लेने की जिम्मेदारी किनकी हैं।अगर मंत्री प्रभावशाली नहीं हैं तो समीक्षा होनी चाहिए, कार्रवाई होनी चाहिए,नां कि सार्वजनिक रूप से मंत्रियों को अपमानित किया जाना चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष अपने व्यक्तिगत ऐजेंडे और अपने रिश्तेदारों एवं स्वजातीय के ट्रांसफर पोस्टिंग में लगे हुए हैं।सरकार की महत्वाकांक्षी कार्यक्रम आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में संगठन कहीं भी दिखाई नहीं दे रहा है जबकि आरजेडी जिसका संगठन पूरे राज्य में बहुत सक्रिय नहीं है फिर भी हर जगह मौजूद है, यहां तक कि बीजेपी और आजसू सुप्रीमो भी शामिल हो रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष जवाब दें आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में कहां कहां शामिल हुए हैं।
कांग्रेस नेता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा संगठन खंड-खंड में विभक्त हो चुका है, संगठन में कोई राजेश ठाकुर बात को अहमियत नहीं देता है,प्रभारी अविनाश पांडे की वजह से लोग कार्यक्रम में शामिल तो हो जाते हैं लेकिन संगठन की जो गरिमा है वह पूरी तरह से धूलधरसित है जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण रामगढ़ उपचुनाव के नतीजे हैं।झारखण्ड में संगठन का अगर यही हाल रहा तो राजस्थान और छत्तीसगढ़ की तरह झारखंड के मंत्रियों को भी विधानसभा चुनाव में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
एक कार्यकारी अध्यक्ष अगर यह कह रहे हैं कि कागज पर संगठन है और कांग्रेस दफ्तर तक सीमित है तो यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि संगठन की बागडोर जिनके हाथों में है वहीं अगर संगठन कागज पर होने की बात कह रहे हैं।हाई कमान से आग्रह है कि जल्द से जल्द प्रदेश अध्यक्ष को हटाया जाए वरना लोकसभा में न सिर्फ पार्टी को भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा बल्कि इसका खामियाजा गठबंधन को भी भुगतना पड़ेगा।झारखण्ड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं विधायक गण दिसम्बर महीने में दिल्ली कूच करेंगे और पार्टी नेतृत्व से संगठन में नये अध्यक्ष की मांग करेंगे।
डॉ राजेश गुप्ता ने कहा ओबीसी समाज को राजेश ठाकुर अपमानित कर रहे हैं।संगठन में या फिर बोर्ड निगम में ओबीसी समाज की अनदेखी को राज्य की जनता देख रही है।राहुल गांधी ने कहा है जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी होनी चाहिए।हम संगठन के कर्मठ लोग हैं और हम तीनों ने पार्टी के लिए लाठी खायें हैं,जेल गये हैं।हमारा परिवार स्वतंत्रता आन्दोलन का परिवार है।हमने आरपीएन सिंह के बनाये हुए अपरिपक्व अध्यक्ष को हटाने की बात कर रहे हैं।
जिन लोगों को बोर्ड निगम में पदाधिकारी बनाया गया है जिन्हें सरकार की सभी सुविधाएं भी मिल रही हैं ऐसे कर्मठ साथियों को गांवों,प्रखंडों, पंचायतों में पार्टी संगठन की मजबूती में लगाया जाना चाहिए।