जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त ,गोड्डा के द्वारा सुंदर डैम का निरीक्षण कर दिए गए आवश्यक दिशा- निर्देश।
जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों और डैम का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है , जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए खतरा उत्पन्न होने की संभावनाएं है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आज दिनांक 21.06.2025 को जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त ,गोड्डा श्रीमती अंजली यादव , पुलिस अधीक्षक ,गोड्डा श्री मुकेश कुमार ,उपविकास आयुक्त ,गोड्डा श्री दीपक कुमार दुबे, डिविजनल फॉरेस्ट ऑफीसर, गोड्डा श्री पवन बाघ के द्वारा संयुक्त रूप से बोआरीजोर प्रखंड अंतर्गत सुंदर डैम का निरीक्षण किया गया।


निरीक्षण के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी गोड्डा / महागामा एवं कार्यपालक अभियंता लघु सिचाई को निदेशित किया गया कि अपने क्षेत्राधिकार अंतर्गत सभी डैम का निरीक्षण करे एवं यह आश्वस्त हो लें कि यदि जलस्तर बढने पर डैम का फाटक खोलने की स्थिति अगर उत्पन्न हो तो सभी फाटक ठीक तरीके से काम कर रहे हो यह सुनिश्चित किए जाएं। सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को निदेशित किया गया कि यदि भारी वर्षा की चेतावनी होती है तो प्रखण्ड अन्तर्गत सभी झरने /डैम में आवागमन को बंद किया जाए।क्योकि ऐसे ईलाको में भारी वर्षा के दौरान हादसे होने की संभावना बनी रहती है। प्राय ऐसा देखा जाता है कि भारी वर्षा के कारण सर्पदंश के मामले में भी बढ़ोतरी होती है, अतः सिविल सर्जन, गोड्डा को निदेशित किया जाता है कि उक्त के उपचार हेतु anti venom injection पर्याप्त मात्रा में तैयार रखे जाएं। सिविल सर्जन,गोड्डा को निदेशित किया गया कि भारी वर्ष के दौरान सारे अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ उपकेन्द्र, मोहल्ला क्लिनिक एवं अन्य उपचार केन्द्र को high alert पर रखेंगे एवं भारी वर्षा से होने वाले सारे बीमारी हेतु उपचार सामाग्री तैयार रखें जाएं।सभी अंचल अधिकारी ,गोड्डा जिला को निदेशित किया गया है कि जिले में अतिवृष्टि से क्षति का आकलन करते हुए अधियाचना उपलब्ध कराए जाएं।संबंधित प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ,गोड्डा जिले को निदेशित किया गया कि भारी वर्षा के कारण प्रभावित व्यक्तियों को सुरक्षित accomodation हेतु shelter house को चिन्हित किए जाएं एवं जिला आपूर्ति पदाधिकारी, गोड्डा से समन्वय स्थापित करते हुए प्रभावित परिवारों कि लिए भोजन की व्यवस्था कराएं जाएं।अनुमंडल पदाधिकारी गोड्डा / महागामा को निदेशित किया गया कि वे अपने स्तर से संवेदनशील ईलाको को चिन्हित करे एवं किसी भी अप्रिय घटना की परिस्थिति में बचाव एवं राहत प्लान तैयार रखेंगे। यदि किसी अनुमंडल में NDRF या SDRF की तैनाती की आवश्यकता पड़ती है तो वह control room को सूचना देते हुए यथाशीघ्र सूचित करेंगे ताकि अग्रेतर कार्रवाई की जा सके।
