आमजनों की समस्याओं व शिकायतों के समाधान हेतु इंडोर स्टेडियम दुमका समेत जिले के चार स्थानों पर जनशिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन
कार्यक्रम से लोगों में जगी न्याय की आस,दिखा उत्साह, कुल 374 आवेदन प्राप्त
मनोज कुमार कुशवाहा
ब्यूरो रिपोर्ट
आमजनों की शिकायतों व समस्याओं के त्वरित निराकरण, पुलिस तथा नागरिकों के बीच अविश्वास एवं दूरी को समाप्त करने के साथ साथ पुलिस एवं नागरिकों के बीच बेहतर समन्वय हेतु आज मंगलवार को सूबे की उपराजधानी दुमका के इंडोर स्टेडियम, जरमुंडी डाक-बंगला, पंचायत भवन दलाही एवं मध्य विद्यालय राजबांध शिकारीपाड़ा में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इंडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में नगर थाना से संबंधित शिकायतें सबसे ज्यादा मिली। प्राप्त जानकारी के अनुसार सदर अनुमंडल में संबंधित 133, जरमुंडी अनुमंडल में 149, पंचायत भवन दलाही में आयोजित मसलिया एवं टोंगरा थाना क्षेत्र से संबंधित 57 और मध्य विद्यालय राजबांध शिकारीपाड़ा में आयोजित कार्यक्रम में शिकारीपाड़ा एवं रानेश्वर से संबंधित 35 लोगों के आवेदन प्राप्त हुए। जिसमें छेड़खानी, जमीन विवाद,पुराने मामलों में आरोपी का अब तक गिरफ्तारी नहीं होना, अनुसन्धान सहित अन्य मामलों से जुड़ी शिकायतें मिली। कार्यक्रम में शिकायत दर्ज कराने वाले लोगों के आवेदन का पंजीकरण कर उन्हें उसकी पावती रसीद दी गयी। कार्यक्रम में पहुंचे लोगों ने पुलिस पर भरोसा जताते हुए कहा कि उन्हें न्याय जरुर मिलेगा। बताते चलें कि कार्यक्रम का उद्घाटन कार्यक्रम के प्रभारी पदाधिकारी सह झारखण्ड जगुआर एसटीएफ के डीआईजी इंद्रजीत महथा ने किया। मौके पर पुलिस अधीक्षक पीतांबर सिंह खेरवार, जिला परिषद अध्यक्ष जॉयस बेसरा, अनुमंडल पदाधिकारी कौशल कुमार, एसडीपीओ विजय महतो, गोपीकांदर, काठीकुंड, नगर थाना, मुफ्फसिल थाना,दिग्घी ओपी एवं मसानजोर ओपी के थाना प्रभारी व पुलिस पदाधिकारी एवं डालसा के सदस्य मौजूद थे।
डीआईजी इंद्रजीत महथा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि किसी भी समस्या के लिए 112 पर डायल करें आपकी समस्या पर त्वरित संज्ञान लिया जाएगा| उन्होंने बताया कि वैसे लोग जो कम पढ़े-लिखे हैं या देख नहीं सकते वे मोबाइल के पावर बटन को तीन बार दबाएं, ऐसा करते ही आपके पास विभाग का कांल आ जाएगा और आपकी समस्याओं का निदान किया जाएगा| कहा कि इस कार्यक्रम से लोगों में न्याय की उम्मीद जगी है और पुलिस लोगों की शिकायतों को गंभीरता से लेकर तेजी से समाधान करने की पहल कर रही है। उन्होंने कहा कि सिविल से जुड़े मामलों को संबंधित विभागों को हस्तातंरित कर दिया जाएगा। कुछ मामलों का दो से तीन दिनों के भीतर समाधान कर दिया जाएगा और इसकी सूचना भी शिकायतकर्ता को दे दी जाएगी। जनता की शिकायतों की मॉनिटरिंग एसपी लगातार करेंगे। कहा कि पुलिस मुख्यालय की कोशिश है कि हर महीने इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया जाए।
मौके पर दुमका के पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार ने कहा कि अधिकांश मामले जमीन विवाद से जुड़े हुए है। सभी शिकायतों को अलग अलग कैटेगरी में बांटकर उन शिकायतों की जाँच एवं त्वरित निदान किया जाएगा। शिकायतकर्ता अपनी शिकायतों को ट्रैक भी कर सकते है जिसकी सूचना पुलिस विभाग देगी। कार्यक्रम के दौरान सड़क सुरक्षा, साइबर फ़्रॉड से जुड़ी शिकायतों के लिए 1930 डायल और बच्चियों या किसी महिला के साथ छेड़खानी स्वागत जुड़ी शिकायतों के लिए डायल 112 के महत्व की जानकारी दी गयी।