गोपाल शर्मा
झारखंड/ साहिबगंज
नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत सोमवार को समाहरणालय सभागार, साहिबगंज में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त श्री हेमंत सती, पुलिस अधीक्षक श्री अमित कुमार सिंह, वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री प्रबल गर्ग सहित जिला प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
कार्यशाला में विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों, समुदाय प्रतिनिधियों, शैक्षणिक संस्थानों, नगर निकायों एवं सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने सक्रिय भागीदारी की। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गंगा की “अविरल धारा” एवं “निर्मल धारा” के संकल्प को साकार करना था।

बैठक में सीवेज प्रबंधन, रिवरफ्रंट विकास, ठोस अपशिष्ट निपटान, जैव विविधता संरक्षण तथा गंगा से जुड़ी आजीविका संभावनाओं पर विशेषज्ञों ने विस्तृत चर्चा की। अधिकारियों द्वारा जिले में संचालित परियोजनाओं की वर्तमान स्थिति की जानकारी साझा की गई। साथ ही, गंगा एवं उसकी सहायक नदियों के सतत प्रबंधन के लिए भावी रणनीतियों पर प्रकाश डाला गया।
प्रतिभागियों ने पर्यावरण संरक्षण, जन-जागरूकता और स्थानीय समुदायों की भागीदारी को कार्यक्रम की सफलता का आधार बताया।

इस अवसर पर उपायुक्त श्री हेमंत सती ने अपने संबोधन में कहा कि गंगा संरक्षण केवल सरकारी योजनाओं तक सीमित नहीं रह सकता, बल्कि इसमें हर नागरिक की सक्रिय भूमिका जरूरी है। उन्होंने विभागों, निकायों और समुदायों से संयुक्त प्रयास कर गंगा संरक्षण को जनआंदोलन का स्वरूप देने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों ने गंगा की स्वच्छता एवं संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और जन-जागरूकता अभियानों को और अधिक प्रभावी बनाने पर सहमति व्यक्त की।