मालवाहक वाहनों के परिचालन के निगम के निर्देश से समस्या बढ़ी
निगम के नये निर्देश से शहर में आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई चेन बाधित होगी-चैंबर
रांची नगर निगम के हालिया निर्देश से शहर में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति कार्य में संलग्न लघु मालवाहक वाहनों के परिचालन पर लगी रोक से होनेवाली कठिनाई को देखते हुए आज जेसीपीडीए, आरजीटीए, कैटल फीड एसोसियेशन, झारखण्ड मिनी ट्रक एसोसिएशन, ऑटो संघ, पंडरा और अपर बाजार के सैकडों व्यापारियों ने चैंबर पदाधिकारियों के साथ बैठक कर, निगम के इस निर्णय पर रोष जताते हुए इस निर्णय को तत्काल रोक लगाने के लिए हस्तक्षेप की मांग की। कहा गया कि निगम के निर्णयानुसार रात्रि 8.30 बजे के बाद लघु मालवाहक वाहनों को परिचालन की अनुमति दी गई है जबकि वास्तविकता है कि शहर की प्रायः दुकानें उस अवधि में बंद होने लगती हैं। जब दुकान ही नहीं खुली रहेंगी, तब माल की डिलीवरी कहां होगी ? शहर की दुकानों में जब माल की आपूर्ति नहीं होगी, तब आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई चेन पूर्णरूपेण बाधित होगी, जिससे पूरा शहर प्रभावित हो जायेगा।
जेसीपीडीए के अध्यक्ष और चैंबर के कार्यकारिणी सदस्य संजय अखौरी ने कहा कि पूर्व की व्यवस्था सुबह 9 से 11 और शाम में 5 से 7 बजे तक में ही डिलीवरी वैन को माल की आपूर्ति करने में परेशानी हो रही थी, किंतु निगम ने इस अवधि को और बढाने का तुगलकी फरमान जारी किया है, जो स्वीकार योग्य नहीं है। मात्र 4 घंटे में कैसे पूरे शहर में माल की आपूर्ति हो सकती है? यदि जल्द ही इस फैसले को स्थगित नहीं किया गया तब शहर में आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई चेन की व्यवस्था चरमरा जायेगी जिसकी पूरी जिम्मेवारी नगर आयुक्त और जिला प्रशासन की होगी। हाल ही में डोरंडा थाना क्षेत्र में डिलीवरी वैन के साथ हुई छिनतई की घटना का स्मरण कराते हुए व्यापारियों ने इस बात पर भी चिंता जताई कि रात्रि में 8.30 बजे के बाद माल की डिलीवरी करनेवाले मालवाहक वाहन, ड्राइवर और दुकान खुली रखने पर व्यापारियों के सुरक्षा की जिम्मेवारी क्या नगर निगम या जिला प्रशासन लेगा?
व्यापारियों की कठिनाइयों को देखते हुए चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री के नेतृत्व में आरजीटीए, जेसीपीडीए, कैटल फीड एसोसियेशन, ऑटो संघ, झारखण्ड मिनी ट्रक एसोसिएशन के अधिकारियों ने शाम में नगर आयुक्त और ट्रॉफिक एसपी से मिलकर, इस निर्णय को तत्काल प्रभाव से स्थगित करने की मांग की। चैंबर अध्यक्ष के आग्रह पर नगर आयुक्त ने आगामी एक सप्ताह तक निगम के इस निर्णय को स्थगित करने की सहमति दी। तब तक पुरानी व्यवस्था लागू रहेगी। यह भी निर्णय लिया गया कि एक सप्ताह के अंदर चैंबर द्वारा दिये जानेवाले सुझाव के आधार पर लघु मालवाहक वाहनों के परिचालन से जुडे निर्णय पर अंतिम सहमति बनाई जायेगी।
चैंबर महासचिव परेश गट्टानी ने व्यापारियों मांग को व्यवहारिक बताते हुए इस बात पर भी नाराजगी जताई कि क्यों नहीं निगम द्वारा इस आदेश को प्रभावी करने से पूर्व संबंधित पक्षों से समन्वय बनाकर, उनकी राय जानी गई ? निगम द्वारा लघु मालवाहक वाहनों को परिचालन के लिए दिन में केवल दोपहर 12 बजे से 5 बजे तक का ही समय निर्धारित किया गया है, जबकि इसी समय स्कूली बसों का भी आवागमन होता है। चैंबर के पूर्व अध्यक्ष पवन शर्मा ने निगम के इस निर्णय पर कडी आपत्ति जताई और इस निर्णय को तत्काल प्रभाव से स्थगित कराने का सुझाव दिया। रांची चैंबर पंडरा के अध्यक्ष संजय महुरी ने निगम के इस निर्णय को तुगलकी फरमान बताते हुए कहा कि इससे पूरा शहर प्रभावित हो जायेगा। एकमत से यह कहा गया कि यदि जल्द ही इस निर्णय को शिथिल नहीं किया गया तब हम सभी व्यापारी अनिश्चितकालीन बंदी के लिए बाध्य होंगे। चैंबर के सह सचिव अमित शर्मा ने कहा कि निगम द्वारा केवल व्यस्ततम मार्गों में ही नहीं पूरे शहर में इस प्रतिबंध को प्रभावी किया गया है जो समझ से परे है। शहर में जाम की समस्या का कारण मालवाहक वाहन नहीं है। वे एक स्थान से माल लोड करके अपने गंतव्य जगह माल की आपूर्ति करते हैं।
बैठक में चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री, महासचिव परेश गट्टानी, सह सचिव अमित शर्मा, कार्यकारिणी सदस्य रोहित अग्रवाल, रोहित पोद्दार, साहित्य पवन, राम बांगड, पूर्व अध्यक्ष पवन शर्मा, जेसीपीडीए के अध्यक्ष संजय अखौरी, आरजीटीए के अध्यक्ष ऋषिदेव यादव, रांची चेंबर पंडरा के अध्यक्ष संजय महुरी, झारखण्ड मिनी ट्रक एसोसियेशन के रविंद्र सिंह, सुनिल सिंह चौहान, मिनी सिंह, प्रभाकर सिंह, अशोक मंगल, दीपक अग्रवाल, तरूण मोदी, प्रदीप मोदी, दीपक सराफ, सतीष गोयल, रौनक पोद्दार, रत्नेष सिंह, प्रतीक भदानी, धीरज ग्रोवर के अलावा सैकडों व्यापारी उपस्थित थे।
परेश गट्टानी विकास विजयवर्गीय