गोपाल शर्मा
झारखंड/ साहिबगंज
गंगा नदी के लगातार कटाव और बाढ़ की त्रासदी से साहिबगंज जिला के गोपालपुर घीसू टोला समेत कई गांवों के ग्रामीण भारी संकट का सामना कर रहे हैं। बाढ़ और कटाव के कारण अब तक 150 से अधिक घर जलमग्न हो चुके हैं। गांव के लोग विवश होकर अन्यत्र शरण लेने को बाध्य हैं। ऐसे विकट हालात में जिला प्रशासन ने राहत कार्य तेज कर दिया है।

शनिवार को जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त हेमंत सती स्वयं गोपालपुर घीसू टोला पहुँचे और बाढ़ प्रभावित परिवारों के बीच खाद्यान्न व आवश्यक सामग्रियों का वितरण किया। उन्होंने ग्रामीणों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं और आवश्यकताओं को सुना तथा मौके पर मौजूद पदाधिकारियों को तत्काल समाधान की दिशा में कदम उठाने के निर्देश दिए।

ग्रामीणों ने उपायुक्त को बताया कि बाढ़ और कटाव की चपेट में आने से न केवल उनके घर उजड़ गए हैं, बल्कि कई सरकारी परिसंपत्तियाँ भी डूब गई हैं। इनमें सरकारी चबूतरा, पानी टंकी और विद्यालय प्रमुख हैं। प्रभावित लोग अस्थायी रूप से जहां शरण लिए हुए हैं, वहाँ बिजली, तिरपाल, पशु चारा और अन्य मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी है।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उपायुक्त हेमंत सती ने संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि बाढ़ पीड़ित परिवारों की सुरक्षा और जीवन-यापन से जुड़ी प्रत्येक जरूरतों को प्राथमिकता के साथ पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि राहत कार्य में तिरपाल, रोशनी की व्यवस्था (सोलर लाइट सहित), पशु चारा और खाद्यान्न वितरण को तत्काल सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रशासन का पहला उद्देश्य प्रभावित परिवारों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना है ताकि किसी प्रकार की जान-माल की क्षति न हो।

मौके पर अपर समाहर्ता गौतम भगत और अनुमंडल पदाधिकारी अमर जॉन आईन्द भी उपस्थित रहे। उन्होंने भी हालात का गहन निरीक्षण किया और ग्रामीणों को हरसंभव सहयोग का भरोसा दिया।

जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि प्रभावित क्षेत्रों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और आपदा प्रबंधन कार्यों को प्राथमिकता के साथ अंजाम दिया जा रहा है। प्रशासन के त्वरित कदमों से बाढ़ प्रभावित परिवारों में राहत और उम्मीद की किरण जगी है कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द ही होगा।