गरीबों के पक्के घर का सपना साकार, लाभुकों को मिला सम्मान
गोपाल शर्मा
झारखंड/ पाकुड़ ।
अबुआ दिवस के अवसर पर पाकुड़ जिले में रविवार को 500 लाभुकों का बहुप्रतीक्षित सपना साकार हुआ। राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी अबुआ आवास योजना के अंतर्गत जिले के विभिन्न प्रखंडों में लाभुकों को पक्के मकान उपलब्ध कराए गए। उपायुक्त श्री मनीष कुमार एवं उप विकास आयुक्त श्री महेश कुमार संथालिया ने शहरकोल पंचायत के गोकुलपुर गाँव तथा हिरणपुर प्रखंड के सुंदरपुर पंचायत में फीता काटकर और नारियल फोड़कर गृह प्रवेश कराया।

इस अवसर पर विशेष कार्य पदाधिकारी श्री त्रिभुवन कुमार सिंह, शहरकोल पंचायत के मुखिया श्री विकास गोंड, पाकुड़ प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री समीर अल्फ्रेड मुर्मू, हिरणपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री दिलीप टुडू एवं अंचलाधिकारी श्री मनोज कुमार भी उपस्थित रहे।

लाभुकों की खुशी झलकी चेहरे पर
गृह प्रवेश के दौरान लाभुकों ने सरकार एवं जिला प्रशासन के प्रति आभार जताते हुए कहा कि पहले वे कच्चे मकानों में रहकर किसी तरह जीवन यापन करते थे, लेकिन अब पक्के मकान का सपना पूरा हो गया है। कार्यक्रम में लाभुकों को प्रेशर कुकर एवं शॉल भेंट कर सम्मानित भी किया गया।
योजनाओं का उठाएँ लाभ : उपायुक्त
उपायुक्त श्री मनीष कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा,
“लगातार छठे महीने जिले में अबुआ आवास योजना के अंतर्गत गृह प्रवेश का आयोजन किया जा रहा है, जो अपने आप में ऐतिहासिक है। माननीय मुख्यमंत्री जी का सपना है कि झारखंड के प्रत्येक जरूरतमंद परिवार को पक्का मकान मिले। जिन लाभुकों को राशि प्राप्त हुई है, वे शीघ्रता से अपना आवास निर्माण पूर्ण करें ताकि अगले वर्ष तक जिले में सभी लक्षित आवास तैयार हो सकें।”
उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत लाभुकों को तीन कमरों वाले पक्के मकान के साथ शौचालय एवं नल-जल योजना का लाभ भी मिल रहा है।

मॉडल आवास बने प्रेरणा
कार्यक्रम में गोकुलपुर पंचायत के लाभुक मकलू टुडू और सुंदरपुर पंचायत की लाभुक रेया रानी मंडल के नए घरों का विशेष रूप से गृह प्रवेश कराया गया। उपायुक्त ने कहा कि ये मकान जिले के अन्य लाभुकों के लिए मॉडल आवास बनकर प्रेरणा का काम करेंगे।
जिलेभर में हुआ आयोजन
अबुआ दिवस के अवसर पर जिले के सभी प्रखंडों में एक साथ गृह प्रवेश कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कुल 500 लाभुकों को इस योजना के अंतर्गत पक्का घर प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में जिला एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित होकर इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने।
