उप विकास आयुक्त के निर्देश पर जिलेभर में चला निरीक्षण अभियान
गोपाल शर्मा
झारखंड/ पाकुड़।
जिले के जर्जर एवं अति-जर्जर आंगनबाड़ी केंद्रों (AWC) की स्थिति का आकलन करने हेतु रविवार को एक विशेष निरीक्षण अभियान चलाया गया। यह जांच कार्य उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया के निर्देशानुसार जिला समाज कल्याण शाखा, पाकुड़ एवं सभी परियोजना कार्यालयों में कार्यरत कर्मियों द्वारा किया गया।

अभियान के तहत प्रत्येक परियोजना से प्राप्त जर्जर आंगनबाड़ी केंद्रों की सूची के आधार पर संबंधित पदाधिकारियों एवं कर्मियों ने विभिन्न केंद्रों का स्थल भ्रमण कर उनकी विस्तृत भौतिक जांच की। निरीक्षण के दौरान टीमों ने केंद्रों की भवन संरचना, उपयोग की स्थिति, सुरक्षा मानकों तथा भौतिक दशा का बारीकी से अवलोकन किया।

जांच के क्रम में कई आंगनबाड़ी केंद्रों में दीवारों में दरारें, छत के क्षतिग्रस्त हिस्से, फर्श की जर्जरता और भवनों की उपयोगिता में कठिनाइयाँ जैसी गंभीर स्थितियाँ पाई गईं। कुछ स्थानों पर भवनों के असुरक्षित होने के कारण केंद्र संचालिकाएँ बच्चों को वैकल्पिक स्थलों पर संचालित कर रही हैं।

जिला समाज कल्याण शाखा, पाकुड़ द्वारा सभी परियोजनाओं से प्राप्त निरीक्षण प्रतिवेदनों के आधार पर एक विस्तृत समग्र रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसे उप विकास आयुक्त, पाकुड़ को प्रेषित किया जाएगा। प्राप्त निष्कर्षों के आधार पर आगामी दिनों में जर्जर भवनों के मरम्मत, नवीनीकरण एवं पुनर्निर्माण कार्यों की योजना तैयार की जाएगी, ताकि बच्चों के लिए सुरक्षित एवं अनुकूल शिक्षण वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।

जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति सुधारना प्राथमिकता में शामिल है, क्योंकि ये केंद्र न केवल प्रारंभिक शिक्षा के केंद्र हैं, बल्कि पोषण एवं स्वास्थ्य सेवाओं के भी महत्वपूर्ण आधार हैं।