समाहरणालय सभागार में आयोजित बैठक में बीज उपलब्धता, फसल सुरक्षा, मत्स्य, उद्यान, पशुपालन, मिलेट मिशन एवं बैंकिंग योजनाओं की प्रगति पर हुई गहन चर्चा
गोपाल शर्मा
झारखंड/ पाकुड़।
समाहरणालय सभागार में मंगलवार को उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में कृषि एवं संबद्ध विभागों की महत्वपूर्ण समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में रबी सीज़न की तैयारी, बीज वितरण, फसल सुरक्षा कार्यक्रम, मत्स्य, उद्यान एवं पशुपालन योजनाओं सहित विभिन्न विभागीय प्रगतियों की विस्तारपूर्वक समीक्षा की गई। उपायुक्त ने सभी प्रखंडों में योजनाओं की समयबद्ध क्रियान्वयन, पारदर्शिता एवं परिणाम आधारित कार्यशैली अपनाने पर विशेष बल दिया।

रबी मौसम की तैयारी — बीज उपलब्धता की विस्तृत समीक्षा
बैठक की शुरुआत रबी सीज़न को लेकर बीज उपलब्धता की समीक्षा से हुई।
जिला कृषि पदाधिकारी श्री मृत्युंजय कुमार ने बताया कि जिले को—
- गेहूं बीज : 2200 क्विंटल
- चना बीज : 200 क्विंटल
- सरसों बीज : 50 क्विंटल
आवंटित किए गए हैं। इसमें से अधिकांश मात्रा आपूर्तिकर्ता कंपनियों को भेजी जा चुकी है, और शीघ्र ही किसानों को बड़े पैमाने पर वितरण शुरू कर दिया जाएगा।
उपायुक्त ने निर्देश दिए—
“बीज वितरण पूरी तरह पारदर्शी हो, किसानों को समय पर उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, तथा एससी–एसटी एवं पीवीटीजी समुदायों को क्लस्टर के रूप में प्राथमिकता के साथ लाभ मिले।”
साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि बीज के साथ आवश्यक उपादान, कीटनाशक एवं उर्वरक की खरीद निविदा प्रक्रिया के माध्यम से जल्द पूरी की जाए।
फसल सुरक्षा, मिट्टी स्वास्थ्य एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर जोर
- आम्लिक मिट्टी सुधार योजना के उपादान शीघ्र खरीदकर वितरण का निर्देश
- मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण का लक्ष्य जल्द पूरा करने का आदेश,
- किसानों को प्रमुख कृषि संस्थानों में इंटर-स्टेट प्रशिक्षण भेजने पर बल,
- उर्वरकों के संतुलित उपयोग पर व्यापक जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश
बिरसा ग्राम विकास, मिलेट मिशन, ड्रिप इरिगेशन एवं अन्य योजनाओं की समीक्षा

उपायुक्त ने—
- झारखंड राज्य मिलेट मिशन,
- प्रति बूंद अधिक फसल (ड्रिप),
- एग्री-क्लिनिक,
- किसान समृद्धि योजना
जैसी योजनाओं की प्रगति पर संतोष जताते हुए गति और बढ़ाने का निर्देश दिया।
चितलो फार्म, लिट्टीपाड़ा में चल रही समेकित बिरसा ग्राम विकास योजना के क्रियान्वयन में तेजी लाने और बिल प्रस्तुत करने का आदेश भी दिया गया।
मत्स्य, उद्यान एवं पशुपालन विभागों को मिले महत्वपूर्ण निर्देश
मत्स्य विभाग
- वेद व्यास योजना के लाभुकों का त्वरित चयन,
- प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के लक्ष्य शीघ्र पूर्ण करने का आदेश,
- मत्स्य बीज (स्पॉन) का शीघ्र वितरण
उद्यान विभाग
- आवेदनों की शीघ्र जांच,
- मशरूम, अदरक, ओल, फूल खेती एवं माली प्रशिक्षण के लिए लाभुकों का तत्काल चयन
पशुपालन
बकरी, मुर्गी, गौ एवं बत्तख पालन योजनाओं के लाभुकों को समिति स्वीकृति के बाद शीघ्र लाभ मुहैया कराने के निर्देश
बैंकिंग योजनाओं पर सख्त रुख — लंबित KCC आवेदनों पर कार्रवाई के निर्देश
बैठक में उपस्थित बैंक अधिकारियों को उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए—
“लंबित एवं लौटाए गए KCC आवेदनों की पुनः समीक्षा कर शीघ्र स्वीकृति सुनिश्चित करें। साथ ही पीएमईजीपी, पीएम स्वनिधि और अन्य ऋण योजनाओं में भी लक्ष्य अनुरूप प्रगति दिखनी चाहिए।”
बैठक में कृषि, मत्स्य, उद्यान, पशुपालन विभाग के पदाधिकारी, आत्मा प्रतिनिधि, बैंकिंग सेक्टर के अधिकारी तथा अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक पूरी तरह परिणाम-उन्मुख एवं किसान-केंद्रित रही। उपायुक्त ने स्पष्ट कहा कि—
“रबी सीज़न किसानों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसलिए सभी विभाग समयबद्ध, ईमानदार और योजनाबद्ध तरीके से कार्य करें, ताकि अधिक से अधिक किसान लाभान्वित हों।”