गोपाल शर्मा
झारखंड/ पाकुड़।
समाहरणालय सभागार में शनिवार को उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में कल्याण विभाग द्वारा संचालित विभिन्न आवासीय विद्यालयों की प्रगति एवं स्थिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपायुक्त ने विद्यालयों की शैक्षणिक व्यवस्था, आवश्यक संसाधन, छात्रावास संचालन एवं मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता पर विभागीय अधिकारियों से बिंदुवार जानकारी ली।

उपायुक्त ने स्पष्ट कहा कि“आवासीय विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को सुरक्षित वातावरण, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बेहतर आवासीय सुविधाएँ उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।”उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि विद्यालयों में लंबित कार्यों तथा चिन्हित समस्याओं के त्वरित समाधान में कोई ढिलाई नहीं बरती जाए।
इन बिंदुओं पर हुई खास समीक्षा
बैठक के दौरान उपायुक्त ने निम्न विषयों पर विशेष रूप से प्रगति जाँची—
- भवन निर्माण कार्य
- पेयजल की उपलब्धता
- प्रकाश व्यवस्था एवं सोलर सिस्टम
- शौचालय व स्वच्छता
- सुरक्षा व्यवस्था
- छात्रावास संचालन एवं भोजन व्यवस्था
- शिक्षकों की उपलब्धता
- हाई मास्ट लाइट, विद्युत मरम्मत एवं अन्य मूलभूत आवश्यकताएँ
विद्यालयवार दिए गए प्रमुख निर्देश

• अनुसूचित जाति आवासीय प्राथमिक विद्यालय, कित्ताझोर
— पेयजल व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित करने का आदेश
• अनुसूचित जनजाति आवासीय उच्च विद्यालय, हिरणपुर
— पानी, सोलर लाइट, विद्युत मरम्मत, हाई मास्ट लाइट, भोजन शेड एवं शिक्षकों की कमी दूर करने की कार्रवाई शीघ्र
— कार्यपालक अभियंता (विद्युत) को भवन का निरीक्षण कर समुचित मरम्मत कराने का निर्देश
• आवासीय मध्य विद्यालय, कुंजबोना
— भवन निर्माण का प्राक्कलन तैयार, शीघ्र स्वीकृति की प्रक्रिया
• आवासीय मध्य विद्यालय, डुमरचीर
— छात्रावास निर्माण प्रस्ताव स्वीकृत
— नए कक्षा-कक्ष निर्माण हेतु प्राक्कलन तैयार करने का निर्देश
• आश्रम विद्यालय, आमड़ापाड़ा
— भवन निर्माण की आवश्यकता पर विस्तृत चर्चा, रिपोर्ट जल्द उपलब्ध कराने का आदेश
बैठक के समापन पर उपायुक्त मनीष कुमार ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि—
- सभी लंबित कार्यों की समयबद्ध प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए
- प्रत्येक विद्यालय का मैदान निरीक्षण कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराया जाए
- समस्याओं के समाधान में अनावश्यक विलंब नहीं होना चाहिए
उपायुक्त ने कहा कि जिले में संचालित सभी आवासीय विद्यालय बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की आधारशिला हैं, इसलिए सुविधाओं में किसी भी प्रकार की कमी स्वीकार्य नहीं होगी।
बैठक में उपस्थित अधिकारी
बैठक में कनीय अभियंता, कार्यपालक अभियंता, कल्याण विभाग के पदाधिकारी एवं संबंधित आवासीय विद्यालयों के सुपरिटेंडेंट मौजूद रहे।
