गोपाल शर्मा
झारखंड/ साहिबगंज।
चाईबासा में महिला, बच्चों एवं आदिवासी समुदाय के लोगों पर पुलिस द्वारा किए गए कथित लाठीचार्ज और आंसू गैस के प्रयोग के विरोध में भारतीय जनता पार्टी ने राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। इसी क्रम में सोमवार को राजमहल के मलका बाबा चौक पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष उज्ज्वल मंडल के नेतृत्व में हेमंत सरकार का पुतला दहन किया।

भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि चाईबासा की घटना राज्य सरकार के तानाशाही रवैये और प्रशासनिक असंवेदनशीलता को दर्शाती है। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने “हेमंत सरकार हाय-हाय”, “जनविरोधी सरकार मुर्दाबाद” जैसे नारे लगाकर विरोध जताया।
भाजपा जिलाध्यक्ष उज्ज्वल मंडल ने कहा —
“चाईबासा में निर्दोष महिला, बच्चे और आदिवासी समाज के लोग अपने हक और सुरक्षा की बात कर रहे थे। लेकिन राज्य सरकार ने उनकी आवाज दबाने के लिए लाठी और आंसू गैस का सहारा लिया। यह लोकतंत्र की हत्या है और भाजपा इस अत्याचार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर लड़ाई लड़ेगी।”

क्या है पूरा मामला
चाईबासा में आदिवासी एवं हो समाज के लोगों ने NH-220 और चाईबासा बाईपास पर दिन के समय भारी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। उनका कहना था कि लगातार बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं के चलते ग्रामीणों की जान जोखिम में पड़ रही है।
प्रदर्शन के दौरान प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प हो गई। स्थिति नियंत्रण से बाहर होती देख पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े। इस घटना में कई लोग घायल हो गए और कई प्रदर्शनकारियों पर मुकदमे दर्ज कर गिरफ्तारियां भी की गईं।
भाजपा ने किया कड़ा विरोध
भाजपा नेताओं ने इस कार्रवाई को लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला बताया और कहा कि आदिवासी समाज की जायज़ मांगों को सुनने के बजाय सरकार ने दमन का रास्ता अपनाया। उन्होंने राज्य सरकार से इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द ही जनहित में कदम नहीं उठाए, तो पार्टी चरणबद्ध आंदोलन करेगी।

