धरती आबा बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और राज्य गठन के 25 वर्ष पूरे होने पर “झारखंड@25” थीम पर होगा भव्य आयोजन
गोपाल शर्मा
झारखंड/ साहिबगंज।
झारखंड स्थापना दिवस (15 नवम्बर 2025) एवं राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी अभियान “आपकी योजना–आपकी सरकार–आपके द्वार” कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा उपायुक्त हेमंत सती ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की। इस बैठक में जिले के सभी अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, तथा संबंधित विभागों के वरीय अधिकारी शामिल हुए।

उपायुक्त ने समीक्षा बैठक के दौरान सभी अधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि —
“यह वर्ष झारखंड राज्य के लिए ऐतिहासिक है। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और झारखंड राज्य गठन के 25 वर्ष पूरे होने का गौरवशाली अवसर हमें राज्य की उपलब्धियों, सांस्कृतिक विरासत और जनभागीदारी को नए आयाम देने का अवसर प्रदान करता है।”
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष “झारखंड@25” थीम पर पूरे राज्य में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें जनसहभागिता, विकास और सांस्कृतिक एकता की झलक देखने को मिलेगी।
मुख्य आयोजन कार्यक्रमों की रूपरेखा (11 से 29 नवम्बर 2025 तक)
1 नवम्बर, 2025 — “Run for Jharkhand” से शुभारंभ:
झारखंड स्थापना सप्ताह की शुरुआत “Run for Jharkhand” दौड़ से की जाएगी। यह दौड़ जिला मुख्यालय सहित सभी प्रखंडों में एक साथ आयोजित होगी। इसी दिन LED प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा, जो सरकारी योजनाओं की जानकारी आम जनता तक पहुँचाएंगे।
(आयोजन विभाग: पर्यटन, कला-संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग)
12 नवम्बर, 2025 — “सुबह-ए-झारखंड” कार्यक्रम:
सुबह 6:00 से 8:00 बजे तक शहर के प्रमुख मार्गों पर पारंपरिक “Street Dance” का आयोजन किया जाएगा। इसमें स्थानीय कलाकार अपनी लोकसंस्कृति और नृत्य परंपरा का प्रदर्शन करेंगे।
13 नवम्बर, 2025 — “Know Your Tourist Place” अभियान:
इस दिन “Cycle Rally” का आयोजन किया जाएगा, जिसमें जिले के युवा, स्वयंसेवी संगठन एवं छात्र प्रमुख पर्यटन स्थलों का भ्रमण करेंगे। उद्देश्य है – स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देना और जनजागरूकता फैलाना।
11 से 14 नवम्बर, 2025 — विद्यालय/महाविद्यालय गतिविधियाँ:
स्कूल और कॉलेजों में “Jharkhand@25” थीम पर चित्रकला, निबंध लेखन, भाषण एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएंगी, जिससे छात्र-छात्राओं में राज्य के गौरवशाली इतिहास और उपलब्धियों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
15 नवम्बर, 2025 — झारखंड स्थापना दिवस का मुख्य समारोह:
इस दिन भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, वीर शहीदों का सम्मान और जनकल्याणकारी घोषणाएँ शामिल होंगी।
16 नवम्बर, 2025 — “आपकी योजना – आपकी सरकार – आपके द्वार” अभियान की शुरुआत:
यह जनकल्याणकारी अभियान पूरे जिले में शुरू होगा, जो 29 नवम्बर 2025 तक चलेगा। इस अवधि में सरकारी योजनाओं को जनता के द्वार तक पहुँचाने के लिए शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
आयोजन और समन्वय के लिए दिशा-निर्देश
उपायुक्त हेमंत सती ने सभी विभागों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने स्तर पर विस्तृत कार्यक्रम-सूची तैयार कर जिला आयोजन-सह-समन्वय समिति को उपलब्ध कराएं, ताकि सभी गतिविधियाँ समयबद्ध और सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न की जा सकें।
उन्होंने विशेष रूप से नगर विकास एवं आवास विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, पंचायती राज विभाग, स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग तथा कल्याण विभाग को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि —
अधिकतम जनभागीदारी हो और सभी योजनाओं की जानकारी आम जनता तक प्रभावी ढंग से पहुँचे।
उपायुक्त हेमंत सती ने कहा —
“झारखंड स्थापना दिवस केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि जनता से जुड़ने, उनकी बात सुनने और सेवा करने का अवसर है। यह पर्व राज्य की गौरवगाथा, संस्कृति और जनभावनाओं का प्रतीक है।”
उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्यक्रम में जिले की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और सामाजिक विविधता को विशेष रूप से प्रदर्शित किया जाए ताकि स्थानीय प्रतिभाओं को मंच मिले और जनता को अपने राज्य पर गर्व का अनुभव हो।
‘आपकी योजना–आपकी सरकार–आपके द्वार’ अभियान की विशेष तैयारियाँ
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि सभी प्रखंडों में आय, निवास एवं जाति प्रमाणपत्र वितरण से संबंधित कार्यों को युद्धस्तर पर पूरा किया जाए।
इसके साथ ही, “मइया सम्मान योजना” के लाभुकों के लिए शिविरों में अलग काउंटर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि पात्र लाभार्थियों को तत्काल और सुविधाजनक सेवा मिल सके।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक आयोजन स्थल पर स्वच्छता, सुरक्षा, पेयजल, विद्युत आपूर्ति और प्राथमिक चिकित्सा की पूर्ण व्यवस्था की जाए।
जनउत्सव के रूप में मनाया जाएगा झारखंड स्थापना दिवस
उपायुक्त श्री सती ने कहा कि झारखंड स्थापना दिवस को “जन-उत्सव” के रूप में मनाया जाए — ऐसा उत्सव जो राज्य की प्रगति, एकता और आत्मगौरव का प्रतीक बने।
बैठक के समापन पर उन्होंने कहा —
“झारखंड की 25 वर्ष की यात्रा राज्यवासियों की मेहनत, संघर्ष और आत्मगौरव की कहानी है। हम सबकी जिम्मेदारी है कि इस गौरवशाली अवसर को जनता की भागीदारी, पारदर्शिता और सेवा भावना के साथ मनाएं, ताकि नई पीढ़ी झारखंड की प्रेरक यात्रा से सीख ले सके।”
