बोकारो, चतरा और गिरिडीह में धीमी प्रगति पर अफसरों को फटकार — सत्र समाप्ति से पहले भुगतान सुनिश्चित करने का निर्देश
रांची।
राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी छात्रवृत्ति योजनाओं की धीमी प्रगति पर गंभीर रुख अपनाते हुए कल्याण मंत्री चमरा लिंडा ने सोमवार को विभागीय समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान मंत्री ने बोकारो, चतरा और गिरिडीह जिलों में प्री-मैट्रिक (कक्षा 1–8 और 9–10) तथा पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति वितरण की सुस्त रफ्तार पर कड़ी चिंता व्यक्त की।

मंत्री ने स्पष्ट कहा कि छात्रवृत्ति छात्रों के लिए अत्यंत संवेदनशील विषय है और इसके वितरण में किसी प्रकार की देरी स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने तीनों जिलों के जिला कल्याण पदाधिकारियों से धीमी प्रगति का कारण पूछने का निर्देश दिया तथा लंबित कार्यों को तत्काल गति देने के लिए सख्त निर्देश जारी किए।
सत्र समाप्त होने से पहले पूर्ण हो छात्रवृत्ति भुगतान
बैठक में मंत्री लिंडा ने सभी जिला कल्याण पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र समाप्त होने से पहले हर हाल में छात्रवृत्ति भुगतान की प्रक्रिया पूरी की जाए। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति देर से मिलने पर बच्चों की शिक्षा प्रभावित होती है, इसलिए विभागीय कार्यवाही में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उपायुक्तों को जिला स्तरीय समिति की बैठक शीघ्र करने का आदेश
कल्याण मंत्री ने सभी जिलों के उपायुक्तों को भी निर्देशित किया कि वे जिला स्तरीय छात्रवृत्ति समिति की बैठक जल्द से जल्द आयोजित करें।
लंबित आवेदनों की स्वीकृति, जांच तथा भुगतान प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से पूरा करने पर उन्होंने विशेष बल दिया।
मंत्री ने कहा — छात्रों के हित सर्वोपरि
श्री लिंडा ने अधिकारियों को चेताया कि छात्रहित सर्वोच्च प्राथमिकता है और योजनाओं के सुचारू क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की ढिलाई पर विभाग कड़ी कार्रवाई करेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी जिले मिलकर छात्रवृत्ति वितरण में पारदर्शिता और गति सुनिश्चित करेंगे।
कल्याण मंत्री चमरा लिंडा ने छात्रवृत्ति योजना की समीक्षा बैठक में जताई कड़ी नाराज़गी
बोकारो, चतरा और गिरिडीह में धीमी प्रगति पर अफसरों को फटकार — सत्र समाप्ति से पहले भुगतान सुनिश्चित करने का निर्देश
