बिहार के वरीय आईपीएस अधिकारी एवं वीजलेंस डीजीपी आलोक राज के गले में मां सरस्वती की कृपा और वास है
विनय मिश्रा
भारतीय पुलिस सेवा 1989 बैच के लोकप्रिय एवं अपने कार्यों से उत्कृष्ट आईपीएस अधिकारी के रूप में पहचाने जाने वाले वीजलेंस डीजीपी आलोक राज जब अपने गीतों को उपस्थित लोगों के समक्ष प्रस्तुत करते हैं तब सहसा यह विश्वास नहीं होता कि सामने बैठे व्यक्ति के द्वारा जो गीत गाया जा रहा है वो पुलिस विभाग के सर्वोच्च पद पर पदास्थापित हैं और उनपर मां सरस्वती की पूर्ण रूपेण कृपा है भक्ति गीत हो या फिर मुकेश, हेमंत कुमार या अन्य गायको के गीत वहीं ग़ज़ल सम्राट पंकज उधास के ग़ज़ल आप जिनके करीब होते हैं वो बड़े खुशनसीब होते हैं गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया और अपने गायन से यह भी चरितार्थ किया कि गीत हो या ग़ज़ल अपने उत्कृष्ट गायन से लोगों के बीच अपनी अद्भुत कला से उपस्थित लोगों को दांतों तले उंगली दबाने को विवश कर देते हैं। हमें ऐसे आईपीएस पर गर्व है।