परिवारिक विवाद, भूमि-झगड़े, बैंक रिकवरी समेत कई मामलों का निपटारा होगा मौके पर
गोपाल शर्मा
झारखंड/ साहिबगंज।
झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, रांची के निर्देश पर तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार साहिबगंज, अखिल कुमार के मार्गदर्शन में शनिवार को चलंत लोक अदालत की शुरुआत की गई।

व्यवहार न्यायालय परिसर से प्रधान न्यायाधीश, कुटुंब न्यायालय संजय कुमार उपाध्याय और जिला न्यायाधीश प्रथम रजनीकांत पाठक ने संयुक्त रूप से झंडी दिखाकर चलंत लोक अदालत को रवाना किया।
गांव-गांव जाकर मिलेगा त्वरित न्याय
चलंत लोक अदालत जिले के विभिन्न प्रखंडों और पंचायतों में जाकर लोगों को उनके कानूनी अधिकारों की जानकारी उपलब्ध कराएगी तथा विवादित मामलों का समझौते के आधार पर निपटारा करेगी। इसमें पारिवारिक विवाद, भूमि संबंधी झगड़े, बैंक ऋण वसूली, बिजली-पानी बिल, मुआवजा और मोटर दुर्घटना दावा जैसे मामलों का त्वरित समाधान किया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि इस पहल से मुकदमों की लंबी प्रक्रिया और भारी खर्च से आम लोगों को राहत मिलेगी और न्याय उनके द्वार पर ही सुलभ होगा।

सदर प्रखंड कार्यालय में पहली बैठक
शुभारंभ के बाद शनिवार को सदर प्रखंड कार्यालय, साहिबगंज में चलंत लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अंचल अधिकारी बासुकीनाथ टुडू और चीफ लीगल एड डिफेंस काउंसिल अरविंद गोयल ने उपस्थित ग्रामीणों को कानूनी अधिकारों और राज्य सरकार की लाभकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि “चलंत लोक अदालत का मूल उद्देश्य न्याय सबके लिए और सबके द्वार तक उपलब्ध कराना है।”
कार्यक्रम में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सिंधु नाथ लमाये, सिविल जज (सीनियर डिवीजन) आलोक मरांडी, पी.एल.भी. समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति और ग्रामीण उपस्थित रहे।