गोपाल शर्मा
झारखंड/ साहिबगंज।
भू-अर्जन कार्यालय, पाकुड़ में मंगलवार को उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में एक समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले में चल रहे विभिन्न भू-अर्जन कार्यों की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की गई तथा कार्यों में गति लाने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए।

बैठक के दौरान उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिया कि रीजेक्टेड भुगतान की सूची शीघ्र प्राप्त करने के लिए एनएच देवघर के कार्यपालक अभियंता से तत्काल जानकारी ली जाए, ताकि भुगतान प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की देरी न हो।
उन्होंने कहा कि अंचल निरीक्षक लिट्टीपाड़ा 18 अक्टूबर 2025 तक संरचना संबंधी 3 करोड़ रुपये के वाउचर भुगतान हेतु भेजें, वहीं अंचल निरीक्षक पाकुड़ को मौजा गोकुलपुर, सोनाजोड़ी एवं शहरकोल का खेसरा पंजी एवं वंशावली प्रतिवेदन 18 अक्टूबर तक भू-अर्जन कार्यालय में समर्पित करने के निर्देश दिए गए।

उपायुक्त ने अंचल निरीक्षक हिरणपुर एवं लिट्टीपाड़ा को भी 18 अक्टूबर तक अधिकतम वाउचर भेजने और सभी विवादित मामलों की सूचीबद्ध रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि त्रुटिपूर्ण वाउचर का शीघ्र निराकरण कर उन्हें पुनः भुगतान हेतु भेजा जाए।
बैठक में उपायुक्त ने यह भी कहा कि पाकुड़ बाईपास से शहरकोल तक पियादापुर रोड के रैयतों को अधिकतम भुगतान सुनिश्चित किया जाए। अब तक रैयतों को 4.08 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त भू-अर्जन कार्यालय द्वारा अब तक कुल 13.53 करोड़ रुपये के वाउचर एनएच देवघर के कार्यपालक अभियंता को भेजे जा चुके हैं, जबकि एनएच-333A परियोजना के अंतर्गत लगभग 9 करोड़ रुपये की राशि रैयतों को भुगतान की जा चुकी है।
उपायुक्त ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि निर्धारित समयसीमा में कार्य पूर्ण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें, ताकि विकास परियोजनाओं में किसी भी प्रकार की देरी न हो और रैयतों को समय पर उचित मुआवजा मिल सके।
बैठक में जिला भू-अर्जन कार्यालय के कर्मी देवेंद्र प्रसाद सिंह, जगजीत कुमार भद्र, अमीन मंजूर हुसैन, संबंधित अंचल निरीक्षक एवं राजस्व उप-निरीक्षक आदि उपस्थित थे।