गोपाल शर्मा
झारखंड/ पाकुड़।
उपायुक्त मनीष कुमार ने जिला पशुपालन कार्यालय, पाकुड़ का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कार्यालय परिसर की साफ–सफाई, रिकॉर्ड रख-रखाव, कर्मचारियों की उपस्थिति एवं जनसुविधाओं से संबंधित व्यवस्था का विस्तार से जायजा लिया।

उपायुक्त ने परिसर में स्वच्छता की स्थिति पर असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि “सरकारी कार्यालय जनता की आवाजाही का केंद्र होते हैं, इसलिए उनका वातावरण स्वच्छ, सुव्यवस्थित और जनसुलभ होना अनिवार्य है।” उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों को प्रतिदिन सफाई, साफ परिसर की मॉनिटरिंग तथा बुनियादी सुविधाओं को दुरुस्त रखने का निर्देश दिया।
पारदर्शिता और त्वरित सेवा पर जोर
निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि—
- कार्यालयों में जनसुलभ कार्यसंस्कृति विकसित की जाए, ताकि नागरिकों को
त्वरित, पारदर्शी और सरल सेवाएँ मिल सकें।
- सभी कर्मी समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करें और
फाइल, रजिस्टर एवं अभिलेखों का नियमित संधारण करें।
- कार्यालय में आने वाले लाभुकों के साथ सौम्य व्यवहार और जवाबदेही सर्वोच्च प्राथमिकता हो।
उपायुक्त ने यह भी कहा कि पशुपालन विभाग का सीधा संबंध आमजन, किसानों और पशुपालकों से है, इसलिए कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विभाग के कार्यों में तेजी लाकर योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाना प्रशासन की प्रतिबद्धता है।
अंत में दिए गए दिशा-निर्देश
निरीक्षण के समापन पर उपायुक्त ने सभी उपस्थित अधिकारियों को यह निर्देश दिए—
- अभिलेखों की नियमित ऑडिट व अपडेटिंग
- जन शिकायतों का त्वरित निपटारा
- ऑफिस टाइमिंग का सख्त अनुपालन
- स्वच्छ एवं अनुशासित कार्य वातावरण
- लाभुकों को प्राथमिकता-आधारित सेवा
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया कि आने वाले दिनों में ऐसे अचानक निरीक्षण अन्य विभागों में भी जारी रहेंगे, ताकि सरकारी तंत्र को और अधिक जवाबदेह एवं मजबूत बनाया जा सके।
