गोपाल शर्मा
झारखंड/ पाकुड़।
पाकुड़ के उपायुक्त मनीष कुमार ने आज जिला ब्लड बैंक का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने रक्त संग्रहण, भंडारण एवं रख-रखाव से संबंधित व्यवस्थाओं का गहन अवलोकन किया। उन्होंने ब्लड बैंक में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि रक्तदान एवं रक्तसंचारण की संपूर्ण प्रक्रिया वैज्ञानिक मानकों, सुरक्षा नियमों और पारदर्शिता के अनुरूप सुनिश्चित की जाए।

रक्तदान प्रक्रिया में सतर्कता और जांच अनिवार्य — उपायुक्त
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त कुमार ने कहा कि रक्तदान से लेकर रक्तसंचारण तक की प्रत्येक प्रक्रिया में सतर्कता और सटीकता अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने निर्देश दिया कि किसी भी व्यक्ति को रक्त देने से पूर्व उसकी चिकित्सीय जांच अनिवार्य रूप से की जाए ताकि संक्रमण या किसी अन्य बीमारी के खतरे को रोका जा सके।

उपायुक्त ने कहा, “ब्लड देने से पहले हर जांच हो सुनिश्चित, सतर्कता ही सुरक्षा है। यह मरीजों के जीवन की सुरक्षा से जुड़ा विषय है और इसमें किसी प्रकार की लापरवाही अस्वीकार्य है।”
स्वच्छता एवं सुरक्षा पर विशेष बल
निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने ब्लड बैंक परिसर की स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्था का भी जायजा लिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि परिसर सदैव स्वच्छ, हवादार और संक्रमण-मुक्त रखा जाए।
उन्होंने कहा कि रक्तदान केवल एक चिकित्सीय प्रक्रिया नहीं बल्कि मानवता की सेवा और समाज के प्रति कर्तव्य का प्रतीक है। अतः इससे जुड़ी प्रत्येक इकाई को जिम्मेदारी और निष्ठा के साथ कार्य करना चाहिए।
रिकॉर्ड और भंडारण प्रणाली की जांच
उपायुक्त ने ब्लड बैंक में मौजूद रक्त भंडारण उपकरणों, तापमान नियंत्रण प्रणाली, परीक्षण रिपोर्ट और अभिलेख रखरखाव की भी बारीकी से जांच की। उन्होंने कहा कि सभी रिकॉर्ड नियमित रूप से अद्यतन किए जाएं ताकि किसी भी समय डेटा का सत्यापन संभव हो।
रक्तदान को जनसेवा का अभियान बनाएं
निरीक्षण के अंत में उपायुक्त ने ब्लड बैंक की टीम की कार्यप्रणाली की सराहना की और कहा कि रक्तदान जैसे महान कार्यों से जीवन बचाने की संस्कृति और जनसेवा की भावना मजबूत होती है।
उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में रक्तदान कर समाज में सहयोग की भावना को बढ़ावा दें।

