गोपाल शर्मा
झारखंड/ साहिबगंज
उपायुक्त हेमंत सती की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित कार्यालय प्रकोष्ठ में आज नमामि गंगे परियोजना एवं गंगा घाट विकास से संबंधित जिला स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में परियोजना की प्रगति, गंगा घाटों के सौंदर्यीकरण, पर्यावरण संरक्षण तथा आवर्ती गतिविधियों के प्रभावी प्रबंधन पर विस्तृत चर्चा की गई।

बैठक के दौरान उपायुक्त ने कहा कि गंगा केवल एक नदी नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर है। इसके संरक्षण एवं संवर्धन के लिए योजनाबद्ध प्रयास आवश्यक हैं। उन्होंने घाटों पर आवश्यक बुनियादी सुविधाओं जैसे प्रकाश व्यवस्था, पेयजल, स्वच्छ शौचालय और बैठने की व्यवस्था के विकास पर जोर दिया। साथ ही पर्यावरणीय उपायों के प्रभावी क्रियान्वयन, अवसंरचना के नियमित रख-रखाव तथा स्व-वित्त पोषण की संभावनाओं पर भी विचार-विमर्श हुआ।
उपायुक्त ने सभी विभागीय पदाधिकारियों एवं प्रतिनिधियों को निर्देशित किया कि आपसी समन्वय और सहयोग के साथ कार्य करते हुए परियोजना के उद्देश्यों की पूर्ति सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि गंगा घाटों की स्वच्छता, सुंदरता और सतत विकास तभी संभव है जब इसमें जनभागीदारी को प्राथमिकता दी जाए। इसके लिए स्थानीय समुदाय की सक्रिय सहभागिता और जागरूकता अभियानों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि भविष्य में गंगा घाटों की नियमित देखरेख, पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने तथा पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ावा देने के लिए ठोस रणनीति अपनाई जाएगी। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि परियोजना से संबंधित सभी गतिविधियाँ पारदर्शी और परिणामोन्मुख तरीके से आगे बढ़ें।
इस अवसर पर वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री प्रबल गर्ग, जिला सहकारिता पदाधिकारी श्री महादेव मुर्मू, जिला कृषि पदाधिकारी श्री प्रमोद एक्का, नगर प्रशासक श्री अभिषेक कुमार सिंह सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं तकनीकी प्रतिनिधि उपस्थित रहे।