गोपाल शर्मा
झारखंड/ साहिबगंज।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी–सह–उपायुक्त श्री हेमंत सती की अध्यक्षता में बुधवार को कार्यालय कक्ष, साहिबगंज में SIR (Special Integrated Revision) और बूथ लेवल एजेंट (BLA) से संबंधित एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले के विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। चुनावी तैयारी के इस अहम चरण में प्रशासन द्वारा पारदर्शिता और सटीकता को सर्वोच्च प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया।

क्या है SIR और क्यों है अहम?
बैठक में उपायुक्त श्री सती ने विशेष समेकित पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया पर विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि यह प्रक्रिया सामान्य Special Summary Revision (SSR) से अलग और महत्वपूर्ण है।
उन्होंने बताया कि—
- साल 2003 की मतदाता सूची में दर्ज नामों को आधार बनाया जाएगा,
- साथ ही 12 प्रकार के अधिकृत सरकारी दस्तावेजों की मदद से पात्र मतदाताओं की पहचान सुनिश्चित की जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि SIR का मुख्य उद्देश्य मतदाता सूची को अधिक पारदर्शी और त्रुटिरहित बनाना है। संदिग्ध प्रविष्टियों की जाँच और पात्र मतदाताओं को सटीक रूप से सूची में शामिल करना इस प्रक्रिया का प्रमुख लक्ष्य है।

BLA की भूमिका पर विशेष बल
उपायुक्त ने राजनीतिक दलों से अपील की कि वे प्रत्येक बूथ के लिए अपने बूथ लेवल एजेंट (BLA) की नियुक्ति शीघ्र करें। उन्होंने कहा कि—
“BLA की सक्रिय भागीदारी से SIR कार्य में पारदर्शिता बढ़ेगी और किसी भी प्रकार की गलतफहमी या समस्या से बचा जा सकेगा।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची की शुद्धता लोकतंत्र का मूल है और राजनीतिक दल इस दिशा में महत्वपूर्ण सहयोगी हैं।
राजनीतिक दलों से सहयोग की अपील
बैठक में उपायुक्त सती ने कहा कि प्रशासन की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि सभी दल SIR की प्रक्रिया को समझें और इसमें सहयोग प्रदान करें।
उन्होंने कहा—
“मतदाता सूची की शुद्धता लोकतांत्रिक मूल्यों की आधारशिला है। हम सभी के सहयोग से इसे और अधिक सटीक बनाया जा सकता है।”
BLA सूची समय पर उपलब्ध कराने का निर्देश
बैठक के अंत में उपायुक्त ने सभी राजनीतिक दलों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने BLA की सूची समय पर उपलब्ध कराएँ, ताकि SIR प्रक्रिया सुचारू रूप से संचालित हो सके और किसी प्रकार की देरी न हो।
बैठक में उप समाहर्ता गौतम भगत, उपनिर्वाचक पदाधिकारी श्रीमती सुनीता किस्कू, जिला पंचायती राज पदाधिकारी अनिल कुमार, तथा सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
