उपायुक्त हेमंत सती ने किया उद्घाटन, कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल
गोपाल शर्मा
झारखंड/ साहिबगंज
सुधार और पुनर्वास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए साहिबगंज मंडल कारा में कैदियों के लिए बम्बू एंड केन क्राफ्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी), साहिबगंज के तत्वावधान में किया गया है।

शनिवार को आयोजित उद्घाटन समारोह का शुभारंभ उपायुक्त–सह–जिला दंडाधिकारी श्री हेमंत सती ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर मंडल कारा के जेल अधीक्षक चंद्रशेखर सुमन, आरसेटी निदेशक प्रदीप कुमार झा दीपक, वरीय संकाय राजहंस कुमार, संकाय उपेंद्र गोप, अटेंडेंट सुरेंद्र कुमार मुर्मू, जेल के सहयोगी उभय कुमार सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

कैदियों को मिलेगा हुनर और रोजगार का अवसर
प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत कैदियों को बांस और बेंत से उपयोगी एवं आकर्षक वस्तुएँ बनाने की कला सिखाई जाएगी। इनमें फ्लावर पॉट, बुके, ट्रे, सजावटी सामग्री सहित विभिन्न हस्तशिल्प वस्तुएँ शामिल हैं। इस पहल का उद्देश्य कैदियों को आत्मनिर्भर बनाना, उनकी सृजनात्मक क्षमता का विकास करना और रिहाई के पश्चात उन्हें स्वरोजगार से जोड़ना है।
“यह पहल केवल कैदियों को हुनर सिखाने तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके भीतर आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच विकसित करने का भी प्रयास है। यदि कैदी जेल अवधि के दौरान इस प्रकार की कारीगरी सीखते हैं, तो रिहाई के बाद वे इससे आजीविका अर्जित कर आत्मनिर्भर बन सकते हैं और समाज की मुख्यधारा में पुनः सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत कर सकते हैं।”: उपायुक्त, हेमंत सती
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे कार्यक्रम कैदियों के पुनर्वास और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में अत्यंत सहायक सिद्ध होंगे।

पुनर्वास की दिशा में सार्थक प्रयास
जेल प्रशासन एवं आरसेटी के संयुक्त प्रयास से आयोजित यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कैदियों को न केवल आजीविका का साधन उपलब्ध कराएगा बल्कि उन्हें नैतिक व सामाजिक रूप से पुनर्स्थापित करने की दिशा में भी एक सराहनीय पहल है।