गोपाल शर्मा
झारखंड/ पाकुड़।
स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और आयुष चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयुष विभाग, पाकुड़ की ओर से विशेष कार्य योजना के तहत जिले के विभिन्न विद्यालयों में योग प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य बच्चों में स्वस्थ जीवनशैली की आदतें विकसित करना और योग के माध्यम से मानसिक एवं शारीरिक संतुलन बनाए रखना है।

सोमवार को जिले के उत्क्रमित मध्य विद्यालय फतेहपुर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय पथरघटा सहित अन्य 20 विद्यालयों में आयुष विभाग द्वारा नामित योग प्रशिक्षकों ने छात्रों को विभिन्न योगासन, प्राणायाम, और ध्यान तकनीक का अभ्यास कराया। प्रशिक्षकों ने बच्चों को नियमित योगाभ्यास के लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि यह न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि मन को एकाग्र करने में भी सहायक होता है।
आयुष विभाग के अधिकारियों ने बताया कि “आयुर्विद्या कार्यक्रम” के अंतर्गत चल रही यह पहल बच्चों को प्राकृतिक चिकित्सा और योग के प्रति जागरूक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। विभाग का लक्ष्य है कि आने वाले समय में जिले के प्रत्येक विद्यालय में योग को दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनाया जाए ताकि छात्र शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से सशक्त बन सकें।
विद्यालय प्रबंधन और शिक्षकों ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि योग प्रशिक्षण से बच्चों में सकारात्मक ऊर्जा और अनुशासन की भावना बढ़ी है। विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक प्रशिक्षण सत्र में भाग लिया और नियमित रूप से योग करने का संकल्प लिया।
जिला आयुष अधिकारी ने बताया कि आने वाले दिनों में जिले के सभी प्रखंडों के विद्यालयों में भी इसी तरह के प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिससे अधिक से अधिक बच्चों को योग से जोड़ा जा सके।