गोपाल शर्मा
झारखंड/ साहिबगंज
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (NFSM) योजना के तहत किसानों को उन्नत कृषि पद्धतियों से जोड़ने और उनकी आय में वृद्धि सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आज राजमहल प्रखंड के कसबा पंचायत में अरहर की खेती का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर कृषि विभाग एवं संबंधित संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित होकर किसानों को मार्गदर्शन प्रदान किया।

निरीक्षण कार्यक्रम में एग्री क्लीनिक राजमहल के कृषि समन्वयक श्री निकेश कुमार एवं जेएसएलपीएस राजमहल के बीपीएम श्री राजेश कुमार विशेष रूप से मौजूद रहे। दोनों अधिकारियों ने खेतों का भ्रमण कर किसानों से संवाद स्थापित किया तथा उन्हें अरहर की उन्नत खेती तकनीकों की विस्तृत जानकारी दी। साथ ही समय पर कीट एवं रोग नियंत्रण, बीज चयन, सिंचाई प्रबंधन और वैज्ञानिक पद्धति से उत्पादन बढ़ाने जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विशेष जोर दिया गया।

अधिकारियों ने किसानों को भरोसा दिलाया कि सरकार की विभिन्न योजनाओं और मिशन आधारित कार्यक्रमों के माध्यम से उन्हें हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक उत्पादन कर किसान आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने कहा कि सही समय पर उचित तकनीक और प्रबंधन अपनाकर अरहर की खेती से दोगुना लाभ अर्जित किया जा सकता है।
इस मौके पर स्थानीय किसानों ने भी अपने अनुभव साझा किए। किसानों ने बताया कि अरहर की खेती से उन्हें भविष्य में बेहतर उत्पादन एवं आय वृद्धि की उम्मीद है। कई किसानों ने कहा कि सरकार और विशेषज्ञों के मार्गदर्शन से वे पारंपरिक पद्धतियों के बजाय अब आधुनिक तकनीकों को अपनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
कार्यक्रम के अंत में कृषि समन्वयक एवं बीपीएम ने किसानों को प्रेरित करते हुए कहा कि कृषि ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, और NFSM जैसी योजनाओं का सही क्रियान्वयन किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।