गोपाल शर्मा
झारखंड/ साहिबगंज।
छठ महापर्व के नज़दीक आते ही तैयारियां तेज हो गई हैं। इसी कड़ी में रविवार को राजमहल विधायक मो. ताजुद्दीन उर्फ एम.टी. राजा ने नगर क्षेत्र के विभिन्न छठ घाटों का औचक निरीक्षण किया। विधायक ने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और सभी व्यवस्थाएं समयबद्ध तरीके से दुरुस्त कर ली जाएं।

निरीक्षण के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी सदानंद महतो, नगर परिषद प्रशासक दानिश हुसैन, तथा थाना प्रभारी हसनैन अंसारी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
स्वच्छता, सुरक्षा और प्रकाश व्यवस्था को मिली प्राथमिकता
विधायक ने नगर प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी वार्डों में सफाई अभियान चलाया जाए, जल छिड़काव किया जाए और गंगा घाटों पर पर्याप्त एवं निर्बाध प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि भीड़ के समय किसी अप्रिय घटना से बचाव हेतु गोताखोर और आपदा मित्रों की तैनाती अनिवार्य रूप से की जाए।

विधायक एम.टी. राजा ने कहा—
“छठव्रतियों की आस्था सर्वोपरि है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर श्रद्धालु सुरक्षित, स्वच्छ और शांतिपूर्ण वातावरण में पर्व का पालन कर सके।”
खतरनाक घाटों पर बैरिकेडिंग तथा ट्रैफिक पर विशेष ध्यान
निरीक्षण के दौरान विधायक ने प्रशासन का ध्यान ट्रैफिक प्रबंधन की ओर भी आकर्षित किया। बाजारों में बढ़ती भीड़ और गाड़ियों के दबाव को देखते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि
बड़े वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किया जाए, असुरक्षित या खतरनाक घाटों पर बांस की बैरिकेडिंग की ठोस व्यवस्था हो, भीड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त पुलिसबल की तैनाती सुनिश्चित की जाए
समिति–समन्वय और जनभागीदारी पर दिया जोर
विधायक ने कहा कि सभी छठ पूजा समितियों के साथ समन्वय बनाकर काम किया जाए ताकि घाटों पर सेवा, स्वच्छता, प्रकाश, सुरक्षा, पेयजल, चिकित्सकीय सहायता एवं अन्य सुविधाओं की व्यवस्था सुचारू रहे।
निरीक्षण के दौरान झामुमो युवा जिला सचिव सह विधायक प्रतिनिधि मो. मारूफ उर्फ गुड्डू, नगर सचिव स्मित चौरसिया, जय कुमार यादव, राजीव बर्मन, अजय महलदार, देव दत्ता, पवन साहा, सोनू घोष, शुभम साहा, ओमजय कुमार, सुरज चौधरी, रितेश श्रीवास्तव सहित कई पार्टी कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित थे।
विधायक ने अंत में कहा “प्रशासन, नगर परिषद और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से हम सभी छठव्रतियों को सुरक्षित एवं व्यवस्थित वातावरण उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। यह आस्था और अनुशासन का पर्व है, इसकी गरिमा बनाए रखना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।”
