गोपाल शर्मा
झारखंड/ साहेबगंज
साहिबगंज सदर प्रखंड कार्यालय के सभागार में अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर अंचल अधिकारी राम बालक कुमार के नेतृत्व मंथन संस्था एवं बाल संरक्षण पदाधिकारी के सहयोग से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।
अंचल अधिकारी ने संबोधित करते हुए इसका महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि बाल मजदूरी बच्चो से स्कूल जाने का अधिकार छीन लेता है। वे पीढ़ी दर पीढ़ी गरीबी के चक्रव्यूह से बाहर नहीं निकाल पाते हैं। बाल मजदूरी शिक्षा में बहुत बड़ी रुकावट है। बच्चों की सुरक्षा, उनके स्वास्थ्य एवं शिक्षा का अधिकार जो मिलना चाहिए वो उससे वंचित हो जाते हैं।
वही बाल संरक्षण पदाधिकारी पूनम कुमारी ने बताया कि बाल श्रम प्रथा बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास में बाधा है क्योंकि यह उनके जीवन के सबसे महत्वपूर्ण चरण उनके बचपन से वंचित कर देती है। बच्चों के व्यक्तित्व,योग्यता व मानसिक एवं शारीरिक क्षमताओं का संपूर्ण विकास है। इसके लिए उनके अधिकार का संरक्षण करना हम सब की जिम्मेदारी है।
वही मंथन संस्था के समन्वयक शिव प्रसाद ओझा ने बाल विवाह, बाल मजदूरी के बारे में विस्तृत जानकारी दी एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार से मिलने वाली मुफ्त कानूनी सहायता के बारे में बताया।
मौके पर चाइल्डलाइन के कोऑर्डिनेटर मोहम्मद इकबाल, प्रेमलता टुडू,मराठा मरांडी, नाहिद प्रवीण, संजय कुमार गुप्ता, मुस्कान कुमारी, आरती पहाड़न, वसीम रजा, हेमलता अजहर, रंजन कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।