गोपाल शर्मा
झारखंड/ पाकुड़
प्रोजेक्ट परख 2.0 के तहत बुधवार को लिट्टीपाड़ा प्रखंड स्थित उत्क्रमित उच्च विद्यालय करियोडीह में जिला उपायुक्त श्री मनीष कुमार ने विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों के साथ संवादात्मक बैठक की।
बैठक में उपायुक्त ने सबसे पहले विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था और विद्यार्थियों की पढ़ाई-लिखाई से संबंधित जानकारी प्राप्त की। उन्होंने विद्यार्थियों से उनकी पढ़ाई, भविष्य की तैयारी और विद्यालय की समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा की।

राज्य में दूसरा स्थान प्राप्त करने पर बधाई
उपायुक्त ने गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि पाकुड़ जिला ने इस बार मैट्रिक परीक्षा परिणामों में राज्यभर में दूसरा स्थान हासिल किया है, जो जिले के लिए सम्मान की बात है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आने वाले वर्ष में पूरे राज्य में प्रथम स्थान हासिल करने का लक्ष्य रखना चाहिए। इसके लिए बच्चों को और अधिक मेहनत एवं अनुशासन के साथ पढ़ाई करनी होगी।

अभिभावकों से सहयोग का आग्रह
उपायुक्त श्री मनीष कुमार ने अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों को नियमित और समय पर विद्यालय भेजें तथा उनकी दिनचर्या, पढ़ाई और अन्य गतिविधियों पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी ही बच्चों की सफलता का आधार है।

लड़कियों की शिक्षा पर विशेष जोर
बैठक के दौरान उपायुक्त ने बाल विवाह की समस्या पर भी चिंता जताई। उन्होंने स्पष्ट कहा कि 18 वर्ष की आयु से पहले लड़कियों की शादी नहीं होनी चाहिए। कम उम्र में शादी के कारण न केवल माँ और बच्चे के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है बल्कि कुपोषण और बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।
उन्होंने अभिभावकों को समझाया कि लड़कियों की पढ़ाई से परिवार को सामाजिक और आर्थिक दोनों रूप से लाभ होता है। शिक्षित लड़कियाँ आगे चलकर आत्मनिर्भर बनती हैं और परिवार को सशक्त बनाती हैं।
भविष्य की ओर कदम
उपायुक्त ने विद्यार्थियों को यह संदेश दिया कि मेहनत और अनुशासन ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित किया कि वे शिक्षा के माध्यम से अपने जीवन में नई ऊँचाइयाँ छुएँ और जिले का नाम रोशन करें।
इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकगण, ग्रामीण और बड़ी संख्या में विद्यार्थी एवं अभिभावक उपस्थित थे।

