
गोपाल शर्मा
झारखंड/ साहिबगंज।
झारखंड पुलिस जैप-9 परिसर, साहिबगंज आज अनुशासन, गर्व और जिम्मेदारी के अद्भुत संगम का साक्षी बना, जब जिले के 264 नवनियुक्त चौकीदारों ने कठिन प्रशिक्षण की कसौटी पर खरा उतरते हुए पासिंग आउट परेड में भाग लिया। यह गौरवपूर्ण क्षण न केवल इन प्रशिक्षु चौकीदारों के जीवन का नया अध्याय था, बल्कि साहिबगंज जिले की सुरक्षा व्यवस्था के इतिहास में भी एक प्रेरक अध्याय जोड़ गया।
कार्यक्रम का आयोजन गरिमामय वातावरण में किया गया, जिसमें प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश (सशस्त्र) अखिल कुमार, जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त हेमंत सती, पुलिस अधीक्षक अमित कुमार सिंह, जैप-9 समादेष्टा श्रीमती कुसुम पूनिया, अपर समाहर्ता श्री गौतम भगत, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, विभिन्न प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित कई वरीय प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
“अनुशासन, निष्ठा और सेवा का प्रतीक बनी चौकीदारों की टोली”
कार्यक्रम की शुरुआत परेड निरीक्षण से हुई, जहां नवनियुक्त चौकीदारों ने शानदार मार्चपास्ट प्रस्तुत कर उपस्थित गणमान्य अतिथियों का मन मोह लिया। मंचासीन अधिकारियों ने अनुशासन, तालमेल और सटीकता से भरपूर प्रदर्शन की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
उपायुक्त हेमंत सती बोले — “आप प्रशासन और जनता के बीच विश्वास के सेतु हैं”

मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित उपायुक्त हेमंत सती ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में नवनियुक्त चौकीदारों को बधाई देते हुए कहा —
“चौकीदार प्रशासन और जनता के बीच विश्वास का सेतु हैं। वीर शहीदों की इस धरती पर पासिंग आउट परेड का हिस्सा बनना गर्व की बात है। आज का दिन यह प्रमाणित करता है कि आप अब जिले के सजग प्रहरी के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाने को तैयार हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि “चौकीदार” शब्द स्वयं में “चौकसी” और “ईमानदारी” का प्रतीक है।
“आपके सतर्क रहने से ही बड़ी घटनाओं को रोका जा सकता है। आप कानून व्यवस्था के प्रहरी ही नहीं, बल्कि जनता और प्रशासन के बीच जीवंत कड़ी हैं।”
उपायुक्त ने चौकीदारों को निष्ठा, ईमानदारी और समर्पण की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि जनता के प्रति पारदर्शी व्यवहार और सेवा भावना ही प्रशासन की साख को मजबूत करती है।
उन्होंने चौकीदारों से अपील की कि वे अपने कार्यों से यह साबित करें कि वे जिले की सुरक्षा, शांति और जनविश्वास के सच्चे रक्षक हैं।
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार सिंह ने कहा — “आप सुरक्षा प्रणाली की रीढ़ हैं”
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार सिंह ने अपने संबोधन में चौकीदारों को पुलिस व्यवस्था की रीढ़ बताते हुए कहा —
“आपका कार्य केवल अपराध की सूचना देना नहीं, बल्कि सामाजिक सद्भाव और सामुदायिक शांति बनाए रखना भी है। ग्रामीण इलाकों में कानून-व्यवस्था की मजबूती में आपकी भूमिका सबसे अहम है।”
उन्होंने चौकीदारों से अपेक्षा की कि वे हर छोटी-बड़ी सूचना पर नजर रखें और समय पर प्रशासन को अवगत कराएं।
“आप सुरक्षा और सूचना प्रणाली के पहले प्रहरी हैं — आपका सतर्क रहना ही अपराध पर अंकुश लगाने की पहली शर्त है।”
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि चौकीदारों का प्रशिक्षण केवल शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक अनुशासन और जिम्मेदारी की भावना से भी जुड़ा है। आज का दिन उनके परिश्रम, दृढ़ निश्चय और अनुशासन का परिणाम है।
प्रशिक्षण दल की भूमिका और उत्कृष्ट परेड प्रदर्शन
समारोह के दौरान प्रशिक्षण दल के अधिकारियों ने चौकीदारों की चयन प्रक्रिया, प्रशिक्षण मॉड्यूल, अनुशासन शिक्षा और सुरक्षा प्रोटोकॉल की जानकारी साझा की। प्रशिक्षित चौकीदारों द्वारा पेश किया गया शानदार परेड प्रदर्शन पूरे परिसर में उत्साह का माहौल लेकर आया।
उत्कृष्ट प्रदर्शन पर सम्मान
कार्यक्रम के अंत में उपायुक्त हेमंत सती, पुलिस अधीक्षक अमित कुमार सिंह, एवं जैप-9 समादेष्टा श्रीमती कुसुम पूनिया ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले चौकीदारों को प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।
उपायुक्त ने समापन संबोधन में कहा —
“यह नई चौकीदार टोली जिले की सुरक्षा और शांति में नई ऊर्जा का संचार करेगी। जनता के बीच विश्वास, सुरक्षा और प्रशासनिक संवेदनशीलता का संदेश लेकर आप सब आगे बढ़ें।”
जनभागीदारी और प्रशासनिक एकजुटता का प्रतीक
समारोह में जिले के विभिन्न प्रखंडों से चौकीदारों के परिजन, स्थानीय नागरिक और अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। पूरे आयोजन में देशभक्ति और गर्व की भावना स्पष्ट झलक रही थी।
साहिबगंज में आयोजित यह पासिंग आउट परेड न केवल एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन था, बल्कि यह इस बात का प्रतीक भी बना कि झारखंड के चौकीदार अब केवल निगरानीकर्ता नहीं, बल्कि समाज और प्रशासन के बीच भरोसे के प्रहरी बन चुके हैं।
