रांची
स्टेट प्लांटेशन एडवाइजरी को सक्रिय करने के निमित्त आज विभागीय सभागार में बैठक का आयोजन किया गया है। ग्रामीण विकास सचिव श्री चंद्रशेखर ने कहा कि ग्रामीणों को राज्य का सर्वांगीण विकास का हिस्सा बनाने के लिए कई मानकों को तय करना है। सभी सदस्यों का सुझाव इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हमें मिलकर योजनाबद्ध तरीके से विकास की मुख्यधारा से ग्रामीण समुदाय को जोड़ना है।
बैठक में मनरेगा आयुक्त श्रीमती राजेश्वरी बी ने कहा कि राज्य के सभी जिलों में बिरसा हरित ग्राम योजना अंतर्गत वृक्षारोपण का कार्य किया जा रहा है। इस बार आम की बागवानी के अलावा अन्य फलदार पौधों जैसे- अमरूद, निम्बु, नासपाती, सरीफा, बेर, कटहल, सहजन इत्यादि की बागवानी को बढ़ावा देना है साथ ही उन्होंने मिश्रित फलदार पौधों की बागवानी को प्रोत्साहित करने पर बल दिया । मनरेगा अंतर्गत बिरसा हरित ग्राम योजना के माध्यम से अंतः कृषि के जरिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था तेजी से सुधार हो रही है , जो आने वाले समय में ग्रामीणों की आय का अतिरिक्त माध्यम साबित होगा।
बैठक में संयुक्त सचिव ग्रामीण विकास विभाग श्री अरुण कुमार सिंह, ,कृषि, जेएसएलपीएस, केंद्रीय तसर प्रशिक्षण संस्थान, निदेशक आइआइआरजी, निदेशक कृषि अनुसंधान ,कृषि विज्ञान केंद्र, जेएसडब्ल्यूएम टीआरआईएफ निदेशक बैठक में शामिल हुए।
बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय
वित्तीय वर्ष 2024 – 25 में कम से कम 50 हजार एकड़ भूमि में बागवानी योजना के क्रियान्वयन का निर्णय लिया गया है, यह सुनिश्चित किया जाय कि बागवानी हेतु आवश्यक सामग्रियां एवं पौधे गुणवत्तापूर्ण हों, मनरेगा अन्तर्गत डोभा/सड़क के किनारे अधिक से अधिक पौधारोपण / वृक्षारोपण किया जाए, बिरसा हरित ग्राम योजना का सामाजिक अंकेक्षण शीघ्र कराए जाने का निर्णय लिया गया, बिरसा हरित ग्राम योजना एवं दीदी बगिया के सफल क्रियान्वयन हेतु सभी संबंधित भुगतान ससमय कराना सुनिश्चित किया जाय, बिरसा हरित ग्राम योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु मनरेगा एवं जेएसएलपीएस के सम्बंधित अधिकारीयों के साथ समन्वय स्थापित हो, बिरसा हरित ग्राम योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु सभी जिलों में IEC Activity हो।