गोपाल शर्मा
झारखंड/ साहिबगंज।
रविवार देर रात कोटालपोखर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या-03 पर एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। रात लगभग 9 से 10 बजे के बीच एक अज्ञात व्यक्ति कोयला लदी खड़ी मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया, जहां ऊपर से गुजर रहे 25 हजार वोल्ट के हाई टेंशन बिजली तार की चपेट में आने से वह बुरी तरह झुलस गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, व्यक्ति काफी देर तक आग की लपटों में तड़पता रहा, लेकिन कोई उसकी मदद के लिए ऊपर नहीं चढ़ सका क्योंकि डब्बे के ऊपर बिजली का खतरनाक तार था, जिससे किसी की भी जान जा सकती थी।

स्थानीय लोगों ने बताया कि यह अज्ञात व्यक्ति पिछले 24 घंटे से स्टेशन परिसर में इधर-उधर भटक रहा था और वह मानसिक रूप से अस्थिर प्रतीत हो रहा था। संदिग्ध अवस्था में उसके बार-बार मालगाड़ी के पास आने और अंततः ऊपर चढ़ने की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है।

घटना की जानकारी मिलते ही स्टेशन प्रबंधन हरकत में आया। घायल को स्थानीय लोगों की सहायता से टेंपू के माध्यम से तुरन्त पाकुड़ सदर अस्पताल भेजा गया। बताया जा रहा है कि इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है, हालांकि इस पर रेलवे या प्रशासन की ओर से आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की गई है।
स्टेशन प्रबंधक ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही वे मौके पर पहुँचे और आवश्यक चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध करवाई। उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को सभी कागजी प्रक्रिया पूरी कर आरपीएफ के हवाले किया गया।
हादसे के बाद रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पिछले लगभग दो वर्षों से कोटालपोखर रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ की नियमित तैनाती नहीं है। लोगों का मानना है कि यदि आरपीएफ मौके पर मौजूद रहती, तो शायद इस तरह की घटना को रोका जा सकता था।
इस मामले पर आरपीएफ इंस्पेक्टर, पाकुड़ से कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर और भी सवाल खड़े हो गए हैं।
स्थानीय निवासियों ने रेलवे प्रशासन से मांग की है कि कोटालपोखर स्टेशन पर तत्काल सुरक्षा बलों की नियमित तैनाती सुनिश्चित की जाए। साथ ही रेलवे परिसर में मानसिक रूप से अस्थिर और भटके हुए लोगों की पहचान व निगरानी के लिए ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
