प्रशासनिक एवं आपदा प्रबंधन एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने पर रहा फोकस
गोपाल शर्मा
झारखंड/ साहिबगंज।
जिला मुख्यालय साहिबगंज में आज से NDRF (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) पटना की 9वीं बटालियन के सौजन्य से दो दिवसीय Flood Water Rescue (FWR) मॉक अभ्यास की शुरुआत हुई। यह कार्यक्रम 30 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2025 तक आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की तैयारी एवं आपदा प्रबंधन एजेंसियों के बीच समन्वय को सुदृढ़ करना है।

पहले दिन समाहरणालय सभागार में Table Top and Mock Exercise से संबंधित बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता अपर समाहर्ता साहिबगंज ने की। बैठक में सिविल सर्जन साहिबगंज, एसडीपीओ सदर, थाना प्रभारी नगर, जीरवाबाड़ी एवं गंगा थाना, अग्नि शामक पदाधिकारी, आईटी मैनेजर, आपदा मित्र, गोताखोर दल सहित विभिन्न विभागों के पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।
बैठक में NDRF टीम द्वारा आपदा की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया, बचाव कार्य की रणनीति, राहत सामग्रियों के वितरण, संचार व्यवस्था एवं एजेंसियों के बीच समन्वय की प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा की गई। अधिकारियों को आपदा के दौरान अपनी भूमिका एवं जिम्मेदारियों से अवगत कराया गया।
कार्यक्रम के दूसरे दिन, 31 अक्टूबर 2025 को प्रातः 10:00 बजे शकुंतला घाट, साहिबगंज में बाढ़ बचाव मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान वास्तविक परिस्थिति का अनुकरण करते हुए NDRF, SDRF, जिला पुलिस बल, अग्निशमन दल एवं अन्य सहयोगी एजेंसियां मिलकर बचाव एवं राहत कार्यों का प्रदर्शन करेंगी।
इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आपदा की स्थिति में जिला प्रशासन और सभी आपदा प्रबंधन एजेंसियां एकजुट होकर तीव्र, प्रभावी और समन्वित कार्रवाई कर सकें।
जिला प्रशासन द्वारा आमजन से अपील की गई है कि वे इस अभ्यास को लेकर अफवाहों पर ध्यान न दें तथा प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।

