गोपाल शर्मा
झारखंड/ साहिबगंज।
आयुष चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने और आमजन को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए जिला आयुष विभाग द्वारा योग प्रशिक्षण अभियान लगातार गति पकड़ रहा है। इसी कड़ी में शनिवार को जिले के विभिन्न प्रखंडों में एक साथ योग अभ्यास एवं प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए गए, जिनमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।

यह कार्यक्रम आयुर्विद्या योजना के अंतर्गत संचालित हो रहा है। इसका उद्देश्य लोगों को योग के माध्यम से शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनाना, साथ ही आयुष पद्धतियों के प्रति जन-जागरूकता को व्यापक रूप देना है। अभियान के तहत पाकुड़, पाकुड़िया, हिरणपुर, महेशपुर, लिट्टीपाड़ा सहित कुल 28 प्रशिक्षण स्थलों पर योग प्रशिक्षकों ने सामूहिक सत्र आयोजित किए।
- प्रशिक्षण में शामिल प्रमुख गतिविधियाँ
- सूर्य नमस्कार एवं विविध योगासन
- प्राणायाम की विभिन्न क्रियाएँ
- ध्यान एवं विश्राम तकनीक
- जीवनशैली में योग का समावेश
प्रशिक्षकों ने योग के नियमित अभ्यास से होने वाले लाभों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि योग न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है, बल्कि तनावमुक्त जीवन, एकाग्रता, सकारात्मक सोच और बेहतर प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने में भी सहायक है।

- आयुष विभाग के उद्देश्य
- आमजन में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाना
- योग एवं आयुष चिकित्सा पद्धति को जन-जन तक पहुँचाना
- स्वस्थ समाज और सशक्त समुदाय का निर्माण
आयुष विभाग की ओर से बताया गया कि यह प्रशिक्षण अभियान निरंतर स्वरूप में आगे भी चलता रहेगा, ताकि अधिक से अधिक नागरिक योग का लाभ प्राप्त कर सकें और दैनिक जीवन में स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की आदत विकसित कर सकें।
जिला प्रशासन ने आमजन से अनुरोध किया है कि वे अधिक संख्या में जुड़कर स्वस्थ समाज के निर्माण में सहभागिता निभाएँ और नियमित योग को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाएं।
