पुरे देश में कावड़ यात्रा के दौरान हिंसक घटनाओं और सांप्रदायिक तनाव पर के माध्यनज़र देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को खुला पत्र।
सेवा में,
माननीय प्रधानमंत्री
श्री नरेंद्र मोदी जी
प्रधानमंत्री कार्यालय, नई दिल्ली, भारत सरकार
विषय: कांवड़ यात्रा के दौरान हिंसक घटनाओं और साम्प्रदायिक तनाव पर चिंता।
माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी, आदाब,
मुझे उम्मीद है आप ईश्वर के कृपया से सवस्थ और कुशल होंगे। मैं, तनवीर अहमद, भारत का एक जागरूक नागरिक होने के नाते आपके सामने सावन महीने में होने वाली कांवड़ यात्रा के दौरान उत्पन्न होने वाली हिंसक घटनाओं और साम्प्रदायिक तनाव के विषय में अपनी चिंता व्यक्त करने के लिए लिख रहा हूँ।
कांवड़ यात्रा हिन्दू धर्म की एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जिसका उद्देश्य आध्यात्मिकता और भक्ति को बढ़ावा देना है। लाखों श्रद्धालु इस पवित्र यात्रा में भाग लेते हैं और वे अपने भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए विभिन्न जलाशयों से पवित्र जल लेकर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं। यह यात्रा हमारे समाज की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का एक अहम हिस्सा है।
हालांकि, हाल के वर्षों में कांवड़ यात्रा के दौरान होने वाली हिंसक घटनाओं और उत्पात ने इस पवित्र आयोजन की पवित्रता को भंग कर दिया है। कई बार देखा गया है कि छोटी-छोटी बातों पर विवाद उत्पन्न हो जाते हैं और इसका परिणाम हिंसा और साम्प्रदायिक तनाव के रूप में सामने आता है। इस प्रकार की घटनाओं से न केवल सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचता है, बल्कि समाज में आपसी भाईचारे और शांति को भी खतरा होता है।
इस संदर्भ में, मुझे विशेष चिंता अपने मुस्लिम समुदायों के प्रति हो रहे भेदभाव और हिंसा को लेकर है। जब से कावड़ यात्रा शुरू हुआ है तब से देखा जारहा है की सड़कों पर अगर कोई मुस्लिम समुदाय का व्यक्ति अपने वाहन या किसी सवारी में है और गलती से उसका वाहन कावड़ यात्रियों से टकरा जाता है, तो भीड़ उसे घेर लेती है और बुरी तरह मारा पीटा जाता है। वाहनों को बुरी तरह छत्तीग्रस्त कर दिया जाता है। कई बार तो यह लोग पुलिस की मौजूदगी में भी ऐसी हरकत करते हैं। मुझे लगता है कुछ असामाजिक तत्व इस पवित्र यात्रा का दुरुपयोग कर रहे हैं और धार्मिक भावनाओं का राजनीतिकरण कर रहे हैं। यह हमारे देश की साम्प्रदायिक सद्भावना के लिए एक गंभीर खतरा है।
मैं आपसे अनुरोध करता हूँ कि इस विषय पर गंभीरता से विचार करें और कांवड़ यात्रा के दौरान होने वाली हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाएँ। निम्नलिखित सुझाव इस समस्या के समाधान में सहायक हो सकते हैं:
- सख्त निगरानी और सुरक्षा: पुलिस और प्रशासन को सख्त निगरानी रखनी चाहिए और यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की हिंसा को रोकने के लिए तत्पर रहना चाहिए। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
- धार्मिक और राजनैतिक संगठनों की जिम्मेदारी: धार्मिक संगठनों और राजनैतिक दलों को इस यात्रा का राजनीतिकरण करने से बचना चाहिए और इसे केवल धार्मिक आयोजन के रूप में ही देखना चाहिए।
- सामुदायिक संवाद और जागरूकता: विभिन्न समुदायों के बीच संवाद और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए ताकि आपसी समझ और भाईचारे को बढ़ावा दिया जा सके।
- साम्प्रदायिक सौहार्द्र के प्रयास: धार्मिक यात्राओं को साम्प्रदायिक सौहार्द्र और सद्भावना को बढ़ावा देने के माध्यम के रूप में देखा जाना चाहिए, न कि तनाव और हिंसा का कारण बनने के रूप में। इसके इलावा और भी कुछ ठोस कदम सरकार को उठानी चाहिए जैसे :
- पुरे कावड़ यात्रा की मॉनिटरिंग ड्रॉन कैमरा से किया जाना चाहिए।
- कावड़ यात्रियों के लिए अलग से हाईवे में पैदल कोरिडोर बना कर उनका रास्ता निश्चित कर देना चाहिए।
मुझे उम्मीद है कि आप इस गंभीर समस्या पर त्वरित और प्रभावी कदम उठाएंगे और कांवड़ यात्रा को उसके असली स्वरूप में बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्रवाई करेंगे।
आपके सहयोग और समर्थन के लिए दिल से धन्यवाद धन्यवाद।
भवदीय,
तन्हवीर अहमद
देश का जागरूक नागरिक
9431101871
Email : tanweerranc@gmail.com