रांची, 4 दिसंबर 2025:
5 दिसंबर से 11 दिसंबर 2025 तक आहूत षष्ठम झारखंड विधानसभा के चतुर्थ (शीतकालीन) सत्र के सफल एवं सुचारु संचालन को लेकर आज झारखंड विधानसभा में एक महत्वपूर्ण सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो ने की।
बैठक में विभिन्न विधायक दलों के नेता एवं प्रतिनिधि शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन भी मौजूद थे और उन्होंने आगामी शीतकालीन सत्र को सदन में अनुशासित, सार्थक एवं जनहितकारी बनाने पर अपने विचार रखे।

सत्र की तैयारी को लेकर हुई विस्तृत चर्चा
बैठक में विधानसभा अध्यक्ष श्री महतो ने सभी दलों से अपील की कि सत्र के दौरान लोकतांत्रिक मूल्यों का पालन करते हुए महत्वपूर्ण मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा हो, ताकि जन अपेक्षाओं के अनुरूप सदन की कार्यवाही संचालित की जा सके।
उन्होंने कहा कि—
“झारखंड विधानसभा ने हमेशा लोकतांत्रिक परंपराओं का सम्मान किया है। आशा है कि यह शीतकालीन सत्र भी जनहित के मुद्दों पर केंद्रित रहेगा।”

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने ‘सार्थक संवाद’ पर दिया जोर
मुख्यमंत्री सोरेन ने बैठक में कहा कि सरकार हर सार्थक चर्चा के लिए तैयार है और विपक्ष के सुझावों का भी स्वागत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि—
“यह सत्र राज्य के विकास और जनता से जुड़े मुद्दों के समाधान के लिए महत्वपूर्ण होगा। सरकार विपक्ष के सहयोग के साथ इसे उत्पादक बनाने हेतु प्रतिबद्ध है।”
विधायक दलों ने रखे अपने सुझाव
बैठक में विभिन्न दलों के नेताओं ने सत्र की कार्यवाही को व्यवस्थित और प्रभावी बनाने के लिए अपने सुझाव साझा किए। सभी दलों ने सर्वसम्मति से यह आश्वासन दिया कि वे सदन की गरिमा बनाते हुए रचनात्मक वातावरण में चर्चा करेंगे।
11 दिसंबर तक चलेगा शीतकालीन सत्र
इस बार का शीतकालीन सत्र 7 दिनों तक चलेगा, जिसमें सरकार महत्वपूर्ण विधेयकों और नीतिगत मुद्दों को सदन के सामने प्रस्तुत करेगी। कई विभागों से जुड़े प्रश्नोत्तर, विशेष चर्चाएँ और राज्यहित से जुड़ी नीतियाँ इस सत्र की प्रमुख विशेषताएँ होंगी।

