झरिया । झारखंड में एनजीटी के रोक के बावजूद सुदामडीह दामोदर नदी घाट से धड़ल्ले से जारी था बालू अवैध खनन और तस्करी का खेल । इसका खुलासा तब हुआ जब सुदामडीह थाना क्षेत्र में अहले सुबह एक बालू लदा ट्रैक्टर और ओवरलोडेड गिट्टी लदा हाइवा जब्त किया गया और पुलिस कानूनी कार्रवाई की तैयारी में जुट गई है. https://youtu.be/cuwm7XDcnhY?si=btbBygZKM4CUnuJrhttps://youtu.be/cuwm7XDcnhY?si=btbBygZKM4CUnuJr
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिना नंबर प्लेट के अवैध बालू लदे ट्रैक्टर के जब्ती की सूचना पर सुदामडीह थाना में अवैध बालू विक्रेता संघ के प्रतिनिधि पहुचे और विटामिन एम और राजनीतिक पैरवी के दम पर ट्रेक्टर छोड़ने हेतू प्रभारी पर दवाब देने का कोशिश करते रहे।सूत्र बताते हैं कि अपने आप को अवैध बालू सिंडीकेट संघ का तथाकथित मुखिया बताने वाले का बालू ट्रैक्टर पकराने से उसका पोल खुल गया। पूर्व थाना प्रभारी से अच्छा संबंध होने का दावा कर खुलेआम बालू चोरी का धंधा करता था । देखा जाए आगे क्या होता हैं माइनिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज करवाया जाता हैं या बालू सिंडिकेट के सामने और विटामिन एम के दम पर मामला मैनेज होता हैं । बताते चले की झरिया के पूर्व सीओ प्रमेश कुशवाहा का प्रयास रंग लाया था और अवैध बालू तस्करों पर लगाम लगाने में खनन विभाग और झरिया सीओ सफल रहे थे। बालू चोरों को आर्थिक रूप से कमर तोड़ चोट पहुंचाई और झारखंड सरकार को राजस्व नुकसान होने से बचाया था ।बताते चलें कि सुदामडीह में बालू तस्करों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि दिनदहाड़े अवैध बालू लदा ट्रैक्टर को काफिला में लेकर गैंगस्टर स्टाइल में चलते हैं। बिगत कुछ माह पूर्व झरिया के पूर्व सीओ प्रमेश कुशवाहा का नाम सुनते ही झरिया अंचल में बालू तस्करो में हड़कंप का माहौल बन जाता है। अपने-अपने अवैध खनिज संपदा से लदे या खाली वाहनों को जंगल झाड़ियों में छुपा देते थे। धनबाद उपायुक्त , जिला खनन विभाग और झरिया अंचल अधिकारी को बालू तस्करी , अवैध बालू खनन, भंडारण, ऊंचे दामों पर ग्राहकों, ठेकेदारों को बिक्री की लगातार शिकायतें मिल रही थी इस आलोक में भी इस कारवाई को देखा जा सकता है।