गोपाल शर्मा
झारखंड/ साहेबगंज
आज आदिवासी महाकुंभ राजकीय माघी पूर्णिमा मेला 2024 कि शुरुआत हुई। राजमहल स्थित सिंधी दालान से इस मेले का शुभारंभ माननीय मंत्री कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग,झारखंड सरकार श्री बादल पत्रलेख एवं माननीय मंत्री पेयजल एवं स्वच्छता विभाग उत्पाद एवं मद्द निषेध विभाग झारखंड सरकार श्री मिथिलेश ठाकुर के कर कमलों से हुआ।
इस दौरान माननीय मंत्री गणों के अलावे राजमहल लोकसभा क्षेत्र के सांसद विजय हांसदा, राजमहल विधानसभा क्षेत्र के विधायक अनंत ओझा,उपायुक्त हेमंत सती, पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
इस क्रम में उपयुक्त हेमंत सती ने माननीय अतिथि गणों का स्वागत किया एवं सभी का जोहार करते हुए कहा कि पतित पावनी उत्तरवाहिनी गंगा नदी के तट पर अवस्थित ऐतिहासिक नगरीय राजमहल का धार्मिक पृष्ठभूमि तथा प्रतिवर्ष माघी पूर्णिमा मेला का इतिहास अति प्राचीन है । राजमहल राजकीय माघी पूर्णिमा की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह भी है कि इस अवसर पर सनातन धर्मावलम्बी “सफाहोड़” आदिवासी समुदाय के लाखों श्रद्धालु अपनी सांस्कृतिक परम्परा का अनुशरण करते हुए “गंगा स्नान” करते हैं एवं प्रकृति के जागृत देवता “भगवान सूर्य” की पूजा करते हैं। यह एक सुखद संयोग है कि आज ही के दिन महान आत्मा संत रविदास की जयन्ती भी है, जिसकी कृतियाँ अविस्मरणीय है । झारखण्ड सरकार, साहेबगंज जिले के विकास के साथ-साथ इस “राजकीय मेला” के विकास के लिए संकल्पित है। झारखण्ड सरकार एवं जिला प्रशासन स्थानीय नागरिकों के सहयोग से इस क्षेत्र को विकसित करने एवं पर्यटन के राष्ट्रीय / अन्तर्राष्ट्रीय मानचित्र पर लाने हेतु प्रयासरत है।
उन्होंने इस समारोह में शामिल हुए मुख्य अतिथि माननीय मंत्री, कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग श्री बादल जी, विशिष्ट अतिथि माननीय मंत्री पेयजल एवं स्वच्छता विभाग और उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग श्री मिथिलेश कुमार ठाकुर जी, माननीय सांसद महोदय, माननीय विधायक महोदय, सफाहोड़ समाज के गुरू बाबाओं, पदाधिकारीगण, पत्रकार बन्धुओं, भक्तजनों एवं उपस्थित जनसमूह का स्वागत एवं हार्दिक अभिनंदन भी किया।
इस दौरान अपने संबोधन में माननीय मंत्री, कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग श्री बादल ने सफहोड़ समुदाय के गुरूबाबा मनांनीय मंत्री आदरणीय अतिथि गण एवं श्रद्धालु जनों का अभिनंदन करते हुए कहा कि साहिबगंज जिले में उन्हें कई अवसरों पर आने का मौका मिला है उन्हें यहां की संस्कृति एवं प्यार हमेशा लुभाता है। आज उत्तर वाहिनी मां गंगा के तट पर यह मेला यहां की सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाता है उन्होंने कहा कि यह मेल आने वाले दिनों में राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति हासिल करेगा साथ ही इस मेले में सम्मिलित होकर वह गौरांवित महसूस कर रहे हैं।
इस बीच माननीय मंत्री पेयजल एवं स्वच्छता विभाग उत्पाद एवं मद्द निषेध विभाग झारखंड सरकार श्री मिथिलेश ठाकुर ने अपने संबोधन के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से आए श्रद्धालु गण,गुरु बाबाओं एवं माननीय अतिथि गणों का अभिनंदन किया।
उन्होंने कहा कि राजमहल के इस पावन पवित्र धरती जहां उत्तरवाहिनी गंगा बहती है इस आदिवासी महाकुंभ पूरे भारत वर्ष में सबसे बड़ा आदिवासी महाकुंभ है एवं इसका इतिहास भी गौरवशाली रहा है। उन्होंने कहा कि इस मेले में लोग अनुशासित होकर पूजा अर्चना करते हैं एवं पूरी निष्ठा से शांतिपूर्ण ढंग से पूजा संपन्न करने के बाद अपने घरों को लौटते हैं जो हमारे भारत की गंगा जमुनी संस्कृति का एक उदाहरण प्रस्तुत करता है। इसके अलावा उन्होंने मां गंगा कि कृपा बनी रहे इसकी कामना भी की।
इस दौरान माननीय सांसद राजमहल लोकसभा क्षेत्र श्री विजय हांसदा मैं भी सभी का अभिनंदन किया एवं माननीय विधायक राजमहल विधानसभा क्षेत्र अनंत ओझा ने भी सभी स्वागत करते हुए मां गंगा से जिले की बेहतरीन के लिए कामनाएं की।
इस क्रम में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, निदेशक आईटीडीए,सिविल सर्जन, अनुमंडल पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी नजारत उप समाहर्ता जिले के वरीय पदाधिकारी एवं अन्य उपस्थित थे।