भारत के रसायन विज्ञान के जनक, सादगी पसंद तथा देशभक्त वैज्ञानिक डाॅ प्रफुल्ल चंद्र राय जी की आज जन्म जयंती के अवसर पर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर बीजूपाड़ा में रसायन शास्त्र दिवस धूमधाम से मनाया गया एवं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने कहा आज की पीढ़ी को अपने महापुरुषों से सीख लेने की जरूरत है। रसायन विज्ञान के जनक डॉक्टर प्रफुल्ल राय दुनिया में अपने विशिष्ट योग्यता के लिए पहचाने जाते रहे हैं ।उनके द्वारा निर्मित बंगाल केमिकल्स फार्मास्यूटिकल्स कंपनी आज भी देश के लिए करोड़ों का मुनाफा करती है। विज्ञान हर चुनौती एवं समस्याओं का समाधान भी है। महान उद्योग वैज्ञानिक होने के बावजूद आजादी की जंग में डॉक्टर राय ने कहा विज्ञान प्रतीक्षा कर सकता है लेकिन स्वराज नहीं। अपने उद्बबोधन में पासवा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भैया बहनों के उज्जवल भविष्य की कामना की एवं सीमित संसाधन में प्राचार्य एवं शिक्षकों के द्वारा बच्चों की अच्छी शिक्षा एवं तालीम देने के लिए उन्हें शुभकामनाएं भी दी। समाजसेवी अजीत सिंह ने भैया बहनों को आशीर्वचन में कहा आप आने वाली युवा पीढ़ी के भविष्य हैं,आप अपने माता-पिता एवं गुरुजनों का नाम सदैव आगे रोशन करते रहें।
इसके पूर्व विद्यालय पहुंचने पर विद्यालय के बच्चे बच्चियों द्वारा मुख्य अतिथि आलोक कुमार दूबे,विशिष्ट अतिथि विद्यालय की सचिव बबीता सिंह, पासवा वॉलिंटियर्स मेहुल दुबे,विद्यालय की कोषाध्यक्ष योगेंद्र यादव समाजसेवी अजीत सिंह का छऊ नृत्य से स्वागत किया गया। दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। विद्यालय के प्राचार्य नीरज कुमार तिवारी ने मुख्य अतिथि आलोक दूबे एवं अन्य विशिष्ट अतिथियों का मोमेंटो,बुके एवं शाॅल देकर अभिनंदन किया।
विज्ञान दिवस की मौके पर भैया बहनों के द्वारा प्रश्न मंच पीपीटी प्रस्तुति एवं विज्ञान प्रयोग प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी भैया बहनों को सहभागिता प्रमाण पत्र और मेडेल देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन पासवा वॉलंटियर सुश्री पूजा कुमारी ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन कोषाध्यक्ष श्री योगेंद्र यादव के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम के साथ हुआ।
भारी बारिश के बावजूद स्कूल के बच्चे विज्ञान दिवस को लेकर उत्साहित रहे और अपने प्रदर्शनी को अतिथियों के समक्ष प्रस्तुत भी किया।