नई दिल्ली
आईआईआईटी- दिल्ली में आयोजित “डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स समिट 2024” के लॉन्च समारोह के अवसर पर एमईआईटीवाई के इन ट्रानसे प्रोग्राम के तहत सीडीएसी तिरुवनंतपुरम द्वारा डिजाइन और विकसित की गई तीन स्वदेशी तकनीकों- थर्मल कैमरा, सीएमओएस कैमरा और फ्लीट मैनेजमेंट सिस्टम को 12 उद्योगों को हस्तांतरित किया गया। यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर विकसित भारत @2047 के नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विषय की दिशा में उठाया गया कदम है।
थर्मल कैमरा: थर्मल स्मार्ट कैमरे में विभिन्न एआई आधारित एनालिटिक्स चलाने के लिए एक इनबिल्ट डीपीयू है। स्वदेशी प्रौद्योगिकी का अनुप्रयोग स्मार्ट शहरों, उद्योगों, रक्षा, स्वास्थ्य और अन्य विभिन्न कार्य क्षेत्रों के लिए लक्षित किया गया है। इस कैमरे का क्षेत्रीय कार्यान्वयन, परीक्षण और सत्यापन सड़क यातायात अनुप्रयोगों के लिए किया गया था।
प्रौद्योगिकी को एक साथ आरआरपीएस4ई इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड, एससीआईटीए सॉल्यूशन्स, टीएके टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, एएबीएमएटीआईसीए टेक्नोलॉजीज, प्रामा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, समृद्धि ऑटोमेशन्स प्राइवेट लिमिटेड, नॉर्डेन रिसर्च एंड इनोवेशन सेंटर, वेहांत टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड कुल आठ उद्योगों में हस्तांतरित किया गया था।
सीएमओएस कैमरा: इंडस्ट्रियल विज़न सेंसर आईवीआईएस 10जीआईजीई एक सीएमओएस आधारित विज़न प्रोसेसिंग सिस्टम है जिसमें आने वाली पीढ़ियों के औद्योगिक मशीन विज़न अनुप्रयोगों को निष्पादित करने के लिए एक शक्तिशाली ऑन-बोर्ड कंप्यूटिंग इंजन है। यह प्रौद्योगिकी मेसर्स स्पूकफिश इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित की गई है।
बेड़ा (फ्लीट) प्रबंधन प्रणाली: फ्लेक्सीफ्लीट का उद्देश्य संचालन को अनुकूलित करना और बेड़े ऑपरेटरों और पारगमन एजेंसियों की कार्यक्षमता को बढ़ाना है। वाहन स्थान ट्रैकिंग के अलावा, यह ओवर स्पीड, जियोफेंस, इग्निशन, निष्क्रिय, रुकना और रैश ड्राइविंग जैसी विभिन्न स्थितियों के लिए सचेतक का कार्य करता है। पर्सनलाइज्ड ट्रांजिट रूट गाइडेंस सिस्टम एक मोबाइल ऐप है जिसका उद्देश्य यात्रियों के लिए यात्रा अनुभव को और अधिक बेहतर बनाना है क्योंकि यह यात्रियों को उनकी पसंद के सबसे सुगम और निजी मार्ग चुनने का विकल्प प्रदान करता है। हेडवे विश्वसनीयता के लिए परिचालन रणनीतियाँ ट्रांजिट ऑपरेटरों के लिए एक गतिशील शेड्यूलिंग निर्णय समर्थन उपकरण के रूप में कार्य करती है, जिसका उद्देश्य बस बंचिंग को कम करके सार्वजनिक पारगमन सेवाओं की विश्वसनीयता को बढ़ावा देना है। इस प्रौद्योगिकी को अतुल्य अभिनव टेक प्राइवेट लिमिटेड, यूनीडाड टेक्नो लैब्स (पी) लिमिटेड, आईबीआई ग्रुप इंडिया प्राइवेट लिमिटेड तीन उद्योगों में हस्तांतरित किया जाता है.
प्रौद्यगिकी हस्तांतरित दस्तावेजों का आदान-प्रदान इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, कौशल विकास और उद्यमिता और जल शक्ति राज्य मंत्री, श्री राजीव चंद्रशेखर इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में समूह समन्वयक (जीसी) श्रीमती सुनीता वर्मा, प्रगत संगणन विकास केन्द्र के महानिदेशक श्री ई. मगेश, प्रगत संगणन विकास केन्द्र, त्रिवेन्द्रम के निदेशक श्री कलाईसेल्वन ए, सरकारी विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, उद्योग जगत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) की गौरवमय उपस्थिति में किया गया।